सूर्य, जिसे ग्रहों का राजा माना जाता है, 16 नवंबर 2020 को सुबह 06:40 पर अपनी नीच राशि तुला से निकलकर अपनी मित्र राशि वृश्चिक में प्रवेश कर जाएगा। यह 15 दिसंबर 2020 तक इस राशि में रहेगा और 21:19 पर धनु में प्रवेश करेगा।
सूर्य की राशि सिंह होती है अगर कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में होता है इससे इंसान को समाज में मान सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है लेकिन अगर कुंडली में सूर्य के अशुभ होने पर पेट, आंख ह्रदय का रोग हो सकता है, साथ ही इससे सरकारी काम में बाधा भी उत्पन्न होती है चूंकि अग्नि तत्व प्रधान ग्रह का गोचर वृश्चिक राशि में हो रहा है इसलिए वैवाहिक जीवन में रोमांस की अधिकता हो सकती है।
आत्मबल और तेज के प्रतीक सूर्य नारायण सभी नौ ग्रहों में प्रधान है। इसलिए इन्हें ग्रहों का राजा कहा जाता है। ज्योतिष में सूर्य ग्रह नेतृत्व, सरकारी अथवा निजी क्षेत्र में उच्च पद, सरकारी नौकरी, मान-सम्मान, आत्मा, राजसी जीवन आदि का कारक होता है। सूर्य ग्रह का धार्मिक और आध्यात्मिक रूप में भी बड़ा महत्व है।
हिन्दू धर्म में वैदिक युग से ही सूर्य की उपासना की जाती रही है। लोग प्रातः उठकर सूर्य नमस्कार करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ होती है तो इससे उन्हें सरकारी नौकरी और राजनीतिक जीवन में सफलता प्राप्त होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
हालांकि दूसरी तरफ यदि किसी कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर हो तो इससे जातक को समाज में मिलने वाले मान-सम्मान में कमी, परिवार में पिता के साथ मतभेद और आँख से जुड़ी कोई समस्या उत्पन्न होने की संभावना रहती है।
आपकी राशि से जिस भाव में सूर्य की स्थिति होगी उसके अनुसार ही आपको अच्छे और बुरे फल प्राप्त होंगें। जहाँ तक सूर्य के अशुभ प्रभावों का सवाल है तो, वैदिक ज्योतिष में बहुत से ऐसे उपाय बताए गए हैं जिसके प्रयोग से आप सूर्य के बुरे प्रभावों से बच सकते हैं। सभी नव ग्रहों का केंद्र सूर्य को ही माना जाता है, लिहाज़ा सूर्य का प्रभाव ख़ासा मायने रखता है।
सूर्य का गोचर वैदिक ज्योतिष में अत्यंत महत्वपूर्ण मन जाता है| क्योंकि सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा गया है और यह आरोग्य के देवता हैं, जो समस्त संसार को अपने प्रकाश से जीवन ऊर्जा प्रदान करते हैं। सूर्य लगभग 1 महीने में एक राशि का भोग करते हुए दूसरी राशि में प्रवेश करता है और इस प्रकार सूर्य का गोचर एक महीने में होता है, जिसे संक्रांति कहा जाता है।
सूर्य का वृश्चिक राशि में प्रवेश 16 नवंबर 2020 को सुबह 06 बजकर 54 मिनट पर अपनी नीच राशि तुला से निकलकर अपनी मित्र राशि वृश्चिक में प्रवेश कर जाएगा। यह 15 दिसंबर 2020 तक इस राशि में रहेगा और 21 बजकर 32 मिनट पर धनु में प्रवेश करेगा। सूर्य के इस राशि परिवर्तन को ”वृश्चिक संक्रांति” कहा जाता है, और इस दिन को स्नान-दान-तर्पण आदि के लिए बहुत शुभ माना जाता है| सूर्य इस गोचर काल के दौरान अपनी मित्र राशि में होंगे।
तो आइए जानते हैं कि सूर्य का वृश्चिक राशि में यह गोचर सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव डालेगा।
मेष राशि (Aries)
मेष राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर करेंगे| मेष राशि के जातकों के लिए यह समय थोड़ा परेशानी भरा रहेगा| इस भाव में गोचर के प्रभाव से आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं और आप बीमार पड़ सकते हैं। आपको अचानक से त्वचा संबंधित परेशानियां, पित्त रोग में वृद्धि और बुखार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, इसीलिए आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
हालाँकि ऐसा तभी होगा, जब आपकी कुंडली में अशुभ ग्रहों की दशा चल रही हो। इस समय में मर्यादा के विरुद्ध जाकर कोई भी कार्य करना हितकर नहीं होगा क्योंकि आपकी मानहानि हो सकती है। इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में गिरावट आ सकती है और किसी प्रकार की धन हानि होने की भी संभावना रहेगी।
आपको धन प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ेगा, तब जाकर आंशिक रूप से धन लाभ होगा। यह समय आपके पिता और पिता समान लोगों के लिए अनुकूल नहीं रहेगा और उन्हें स्वास्थ्य कष्ट तथा करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप सरकारी नौकरी करते हैं और आप के खिलाफ कोई आरोप है तो इस समय आपको थोड़ा सतर्क रहना चाहिए। आपके सामाजिक स्तर में गिरावट आ सकती है और महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति होने में विलंब होने के आसार हैं।
वृषभ राशि(Taurus)
सूर्य का यह गोचर वृषभ राशि के सातवें घर में होने वाला है। सातवें घर को जीवन साथी, व्यवसाय, और व्यावसायिक साझेदारी का घर भी माना जाता है। जैसा कि सूर्य वृषभ राशि के पहले घर पर प्रभाव डाल रहा है ऐसे में आप कभी-कभी अपने व्यवहार में कुछ अधिक आधिकारिक और हावी बन सकते हैं। आप के इस व्यवहार से आपके जीवन साथी और आपके प्रियजनों के बीच कुछ समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए जितना हो सके अपने साथी के प्रति विनम्र रहने की कोशिश करें और उन्हें उनका स्पेस देना ना भूलें। यह आपके और आपके पार्टनर के रिश्ते को और मजबूत बनाने में मददगार साबित होगा।
वृषभ राशि के जातक जो साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें इस दौरान कुछ ग़लतफहमी और मतभेदों का सामना भी करना पड़ सकता है। जितना हो सके अपने साथी से बात करें जिससे आपको समस्या का हल निकालने में मदद मिलेगी। कार्य क्षेत्र से जुड़े वृषभ राशि के जातकों को इस समय के दौरान कार्य क्षेत्र पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों या सहयोगियों से कुछ अपमान का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि सलाह यही दी जाती है कि उनसे किसी भी तरह के वाद-विवाद में ना उलझे बल्कि बेहतर होगा कि आप शांति से इस स्थिति से बाहर निकल आएं।
सही समय आने पर आप इस मुद्दे को बात करके सुलझाने का प्रयास भी कर सकते हैं। यदि आवश्यक नहीं है तो किसी भी यात्रा पर जाने से बचें क्योंकि इसमें सिर्फ आपका पैसा और समय व्यर्थ ही जाएगा। स्वास्थ्य के बारें में बात करें तो इस गोचर के दौरान आपको अपने पेट से जुड़ी किसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि इस दौरान भरपूर मात्रा में पानी पिएं। इसके अलावा बहुत ज्यादा नमक और मसालों वाले खाने से दूर रहें। स्वस्थ रहने के लिए खुद को ऐसी शारीरिक गतिविधियों में शामिल करें जिसमें आपका जमकर पसीना निकले। यह आपके स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा।
उपाय : सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल अर्पित करें।
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेंगे| सूर्य का यह गोचर आपको सरकारी क्षेत्र से जबरदस्त सफलता दिलाने वाला रहेगा| आपके खर्चों पर भी लगाम लगेगी। इस गोचर के प्रभाव से आपकी नौकरी में अच्छे परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। आपकी मेहनत आपके पक्ष में परिणाम प्रदान करेगी और आपको आपकी मेहनत का फल मिलेगा।
आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे और वे चाह कर भी आपका बाल भी बांका नहीं कर पाएंगे। इस अवधि में आप किसी कोर्ट या कचहरी के मामले में सफलता अर्जित करेंगे और उससे भी आपको लाभ होगा। सरकारी क्षेत्र या शासन प्रशासन से आपको उत्तम लाभ के योग बनेंगे। वरिष्ठ अधिकारी और समाज के गणमान्य लोग आपके साथ जुड़ेंगे और उनसे संपर्क का लाभ आपको अच्छे से प्राप्त होगा।
इसके विपरीत, परिवार के किसी व्यक्ति से आप का विवाद बढ़ सकता है, जो आपको चिंता देगा| लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय उत्तम रहेगा। इस दौरान आपको अपनी किसी लंबी चली आ रही बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से पांचवें भाव में गोचर करेंगे| सूर्य का यह गोचर आपके लिए मिले-जुले परिणाम देने वाला रहेगा| सूर्य के इस भाव में गोचर के दौरान आपके प्रेम जीवन में दिक्कतें आ सकती हैं। आपका प्रेमी आपसे बहुत उम्मीदें करेगा और उनकी हर उम्मीद को पूरा कर पाने में आप कामयाब नहीं होंगे जिसके चलते अनबन हो सकती है।
ऐसे समय में आपको अपने साथी से खुलकर बात करनी चाहिये और छोटी-मोटी बातों को नजरअंदाज करना चाहिए। सूर्य के गोचर काल में आपको अपने स्वास्थ्य का भी ख़ास ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ सकती है। स्वास्थ्य को लेकर बरती जानी वाली लापरवाही आपके लिए इस समय हानिकारक साबित हो सकती है।
सेहतमंद रहने के लिए अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करें और अपना रूटीन सही रखें। इस राशि के विद्यार्थियों के लिये सूर्य की पंचम भाव में स्थिति लाभदायक है यदि किसी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लिया था तो आपको सफलता मिल सकती है।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करेंगे| इस गोचर अवधि में आपके पारिवारिक जीवन में कुछ शांति का वातावरण रहेगा। लेकिन आपकी माताजी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है तथा घर में स्वयं को सबसे ऊपर सिद्ध करने की आपकी प्रवृत्ति के कारण लड़ाई झगड़ा हो सकता है। इस दौरान प्रॉपर्टी के माध्यम से आप अच्छा धन अर्जित कर सकते हैं।
साथ ही ऐसी संभावना बनेगी की वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग से आप कोई प्रॉपर्टी अथवा वाहन खरीद पाएं। आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। कोई पुरानी चली आ रही बीमारी अथवा कोई लंबी बीमारी आपको कष्ट दे सकती है इसलिए स्वास्थ्य संबंधित किसी भी परेशानी को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें।
इस दौरान आप अपने घर और परिजनों पर धन खर्च कर सकते हैं। आमदनी में थोड़ी कमी रहेगी लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपका कोई कार्य रुकेगा नहीं। जीवनसाथी के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार रखें और उनका सम्मान करें।
यदि कार्य क्षेत्र की बात करें तो आपका सबको अपने प्रभाव में रखने वाला रवैया आपके लिए कुछ मायनों में लाभकारी साबित हो सकता है। इस गोचरकाल के दौरान आपको अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में ताल मेल बनाकर चलने की जरुरत होगी|
तुला राशि
तुला राशि के लिए सूर्य का यह गोचर उनके दूसरे घर में होगा। दूसरा घर संचित धन, बचत, परिवार और भाषण का प्रतिनिधित्व करता है। जैसा कि वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को एक शुष्क ग्रह माना गया है ऐसे में सूर्य की यह स्थिति आपके लिए अपने प्रियजनों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करना थोड़ा मुश्किल बना सकती है। जिसके चलते आप कई पक्षों पर अपने विचार स्पष्ट तौर पर खुलकर तो रखेंगे लेकिन शायद आपके परिवार के कुछ सदस्यों को इसे समझने में थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
ऐसे में तुला जातकों को सलाह दी जाती है कि अपने प्रियजनों से खुलकर बात करें और अपनी भावनाएं उन तक स्पष्ट रूप से पहुंचाएं। इसके अलावा चूंकि सूर्य सफलता के ग्वारहवें घर का प्रतिनिधित्व करता है और वह दूसरे घर में स्थानांतरित हो रहा है ऐसे में यह बात स्पष्ट है कि इस दौरान आपका आय का प्रवाह अच्छा रहेगा। हाँ लेकिन इसको अच्छा ही बनाए रखने में आपको थोड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। धन के आने और धन खर्च का आपको इस समय खास ख्याल रखना होगा। वहीं बात अगर स्वास्थ्य की करें तो आंख और दांत दो ऐसे क्षेत्र हैं जहां इस गोचर के दौरान आपको थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सलाह दी जाती है कि अपने मुंह के क्षेत्र के आसपास उचित स्वच्छता बनाए रखें और अपनी आंखों पर ज्यादा दबाव ना डालें।
उपाय : रविवार के दिन गुड़ का दान करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए गोचर खास महत्व रखता है क्योंकि सूर्य वृश्चिक राशि में ही गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान सूर्य आपके व्यक्तित्व और स्व घर में प्रवेश कर जाएगा। सूर्य जो आपके व्यवसाय और करियर के दसवें घर का स्वामी है वह इस गोचर के दौरान आपके पहले घर में स्थित होने जा रहा है।
सूर्य के इस गोचर के दौरान वृश्चिक राशि के जातक अपने करियर को लेकर उन्मुख रहेंगे। इस समय के दौरान आप सबसे आगे रहने के लिए बेहद प्रेरित रहेंगे और अपने लंबित कार्यों को पूरा करने के लिए कोई कसर छोड़ते नहीं दिखेंगे। जिसके चलते आपको आपके उच्च स्तर के अधिकारियों से प्रशंसा मिल सकती है। अगर आप कुछ नया शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए भी यह समय बेहद शुभ साबित हो सकता है, क्योंकि सूर्य की यह स्थिति आपके ध्यान, एकाग्रता और दृष्टि को बढ़ाएगी।
इस समय कोई भी निर्णय लेने के लिए आप खुद को पहले से अधिक आत्मविश्वासी, बोल्ड और स्वतंत्र महसूस करेंगे। हालांकि सबसे आगे रहने की इस होड़ में कभी-कभी आप दूसरों पर हावी भी हो सकते हैं जो कार्य क्षेत्र में आपके लिए ज्यादा अच्छा नहीं साबित होगा। व्यक्तिगत रूप से, सूर्य की यह स्थिति आपको अपने व्यवहार में आक्रामक बना सकती है। इस दौरान आप थोड़े परेशान भी रहेंगे जिसके चलते आपके रिश्ते में उतार-चढ़ाव की स्थिति पैदा हो सकती है।
ऐसे में सलाह दी जाती है कि इस समय के दौरान आप जितना शांत रह सके आपके लिए उतना अच्छा रहेगा। सूर्य की यह स्थिति आपको किसी अनचाही यात्रा पर भी जाने के लिए प्रेरित कर सकती है। हालांकि यह यात्रा आपके स्वास्थ्य के लिहाज से कुछ समस्याएं पैदा कर सकती है। ऐसे में कोशिश करें की इस समय अवधि में आपको किसी भी तरह की यात्रा ना करनी पड़े। इसके अलावा अपनी दिनचर्या में अगर आप योगा ध्यान और किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि को शामिल करते हैं तो स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको सकारात्मक परिणाम अवश्य मिलेंगे।
उपाय : किसी महत्वपूर्ण काम पर जाने से पहले पिता का आशीर्वाद जरूर लें, शुभ फल मिलेंगे।
धनु राशि
सूर्य का यह गोचर धनु राशि के बारे में द्वादश घर में होगा। द्वादश घर विदेश यात्रा और विदेश से लाभ का घर माना गया है। इस गोचर के समय के दौरान कुछ ऐसे पुराने मुद्दे सामने आ सकते हैं जिनसे आपको निपटने और आगे बढ़ने की बेहद आवश्यकता है। इसलिए यह समय आपके लिए अकेले में कुछ समय बिताने के लिए भी बेहद अच्छा समय साबित हो सकता है, क्योंकि इस दौरान आप अकेले रहकर खुद का मूल्यांकन कर सकते हैं और खुद को फिर से जीवंत कर सकते हैं। इस अवधि में आपका एक नया रूप भी सबके सामने आएगा जिसमें आप उन लोगों की मदद करने के लिए ज्यादा इच्छुक नजर आएंगे जो खुद की मदद करते हैं।
कार्यक्षेत्र में आपको कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय अवधि के दौरान आपको अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने की राह में कुछ अनावश्यक बाधाओं का भी सामना करना पड़ सकता है। गोचर का ये समय आपके जीवन में दबाव की स्थिति पैदा कर सकता है जिसके चलते आप अपने करियर के मामले में स्थिर महसूस करेंगे।
इसके अलावा आर्थिक मामले पर भी धनु जातकों की स्थिति थोड़ी तंग रह सकती है। आप लम्बे समय से जिस पदोन्नति या वृद्धि के लिए इंतजार कर रहे थे उसमें अभी कुछ और समय भी लग सकता है। धैर्य और संयम से काम लेने की सलाह दी जाती है।
वहीं दूसरे हाथ पर इस समय के दौरान आपकी व्यय में वृद्धि होगी। ऐसे में सलाह यही दी जाती है कि किसी भी नए उद्यम या निवेश में हाथ डालने से पहले हर स्थिति का ठीक से मुआयना कर ले तभी उसमें निवेश करें। अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस समय के दौरान किसी पर भी अंधा विश्वास करने से सावधान रहें क्योंकि कोई भी उतना वफादार साबित नहीं होगा जितना आप उनके बारे में सोच रहे हैं।
प्यार और रोमांस के लिए भी यह समय कुछ ज्यादा शुभ नहीं साबित होगा क्योंकि इस दौरान आपके रिश्तो में बहुत सारी गलतफहमियां आ सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि जितना हो सके अपने प्रिय जन या अपने पार्टनर के साथ खुलकर बात करें जिससे चीजें आसान बनने में मददगार साबित होंगी।
बात अगर स्वास्थ्य के लिहाज से की जाए तो इस समय के दौरान आपके पेट और आंखें आपकी चिंता का विषय बन सकती हैं। इसलिए सलाह दी जाती है कि अपने आहार को नियंत्रण में रखने की कोशिश करें और आंखों पर बहुत ज्यादा तनाव ना डालें।
उपाय : सूर्योदय के दौरान प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करें
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस राशि वालों के लिए सूर्य के गोचर की ये स्थिति विशेष रूप से लाभदायक साबित होने वाली है। इस दौरान जहाँ एक तरफ समाज में आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं दूसरी तरफ आप अपने दोस्तों के बीच भी आकर्षण का केंद्र बने रहेंगे।
गोचर की इस अवधि के दौरान आपको अपने दोस्त और पार्टनर दोनों का भरपूर साथ मिलेगा। कार्यक्षेत्र की बात करें तो, इस दौरान आपके अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ आपके अच्छे संबंध स्थापित हो सकते हैं। इसका सकारात्मक प्रभाव आपके कामकाज पर देखने को मिल सकता है। इस गोचर काल में किसी सरकारी योजना से भी आपको अचानक ही लाभ प्राप्त हो सकता है।
यदि आप शादीशुदा हैं तो सूर्य का यह गोचर आपकी संतान के लिए अच्छा रहने वाला है और उनकी योजनाएं सफलता प्राप्त करेंगी। इससे उन्हें कामयाबी मिलेगी। इस गोचर काल में आप की महत्वाकांक्षाओं में वृद्धि होगी| और इस समय में लंबे समय से अटकी हुई कोई इच्छा पूरी हो सकती है, जिससे आप काफी प्रसन्न रहेंगे।
कुंभ राशि (Aquarius)
कुम्भ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से दशवें भाव में गोचर करेंगे| सूर्य का कर्म स्थान में दिग्बली होकर गोचर करना कुम्भ राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा| नौकरी के क्षेत्र से जुड़े जातक जो किसी नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें इस समय के दौरान अच्छी नौकरी मिल सकती है।
और जो लोग अपनी मौजूदा नौकरी में हैं उन्हें भी इस समय के दौरान कार्य स्थल में ही उच्च पदों पर आसीन होने का मौका भी मिलने की संभावना है। इस समय के दौरान आपके सहकर्मी और आपकी अधीनस्थ आपके काम और आपके प्रयासों में आपका भरपूर समर्थन करेंगे। जिससे कार्य स्थल में आपकी उत्पादकता और कार्य क्षमता बढ़ने की प्रबल संभावना नजर आ रही है।
इस दौरान नौकरी कर रहे जातकों के संबंध अपने वरिष्ठ अधिकारियों से भी बढ़िया बनेंगे और वे हर काम में उनकी मदद करेंगे। यदि आप सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं तो यह गोचर आपके लिए और भी अच्छा रहने वाला है। सरकार की ओर से कोई मान-सम्मान या किसी प्रकार की सुविधा मिल सकती है। यह गोचर आपके शत्रुओं पर भी भारी पड़ेगा और आप इस समय में अपनी यश और प्रसिद्धि में इजाफा होते हुए देखेंगे।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से नवमें भाव में गोचर करेंगे| इस समय अवधि में आपके पिताजी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और वे बीमार पड़ सकते हैं। आपके मान-सम्मान में निस्संदेह वृद्धि होगी और समाज के कामों में आपका नाम होगा। आपपरोपकार के कार्य में संलिप्त रहेंगे। आपको तीर्थाटन करने का मौका मिलेगा और किसी अच्छे तीर्थ स्थान पर जाकर मानसिक शांति का अनुभव करेंगे।
इस गोचर के प्रभाव से आपकी कार्यकुशलता मजबूत होगी तथा आप स्वयं के बल पर अपनी स्थिति को बेहतर बनाएँगे। आपके प्रयासों में तेजी आएगी और कामों को बखूबी कैसे निभाया जाता है, यह आपको समझ में आएगा। आपके भाई बहनों को इस दौरान किसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
आपको यात्राओं पर जाने का मौका मिलेगा और धर्म-कर्म के सिलसिले में आपके खर्चे भी होंगे। इन खर्चों पर नियंत्रण रखने से ही आप बचत कर पाएंगे अन्यथा आमदनी में पहले के मुकाबले थोड़ी कमी आ सकती है।