इशान कोण
इशान कोण के देवता इश्वर व स्वामी ग्रह बृहस्पति को माना जाता है| गुरु ज्ञान,कोष विद्या एवं परिवार का कारक कहा जाता है| यदि इशान कोण में कही दोष आ जाये तो उपरोक्त कारकों में कमी होगी, व्यक्ति आर्थिक सम्पन्नता आभाव से पीड़ित होगा व् उसके कन्या संतति अतिस्तिक होगी| व्यवसाय में लगातार कार्य करने के उपरांत भी वांछित परिणाम प्राप्त नहीं होगा,इन कारकों की पूर्ति हेतु व्यक्ति कर्ज लेता है|
यदि हम स्थूलता से देखें तोह इस दोष के कारणवश व्यक्ति कन्या के विवाह के लिए,धार्मिक अनुष्ठान हेतु,शिक्षा के लिए,भाई बहनों के कारणवश,व्यवसाय में उन्नति के कारण या आपूर्ति हेतु अथवा कई बार सामाजिक दिखावे के कारण कर्ज लेता है| हमने अनुभव से यह भी महसूस किया है की कई बार इस कोण के दोष से वंश वृद्धि नहीं होती| संतान कहने में नहीं होती,पत्नी रोगिणी होती है या अनावश्यक कलह होती है| व्यक्ति ज्योतिषियों या तांत्रिकों में भी व्यय करने हेतु कर्ज लेता है|
- यदि इशान कोण में टॉयलेट है तोह व्यक्ति कलह वंश या संतान के लिए कर्ज लेता है|
- इशान कोण में रसोई हो तो व्यक्ति के अनावश्यक व्यय होतें हैं,बरकत नहीं होती हैं,इसकी आपूर्ति हेतु कर्ज लेता है|
- यदि इशान कोण में कचरा या गंदिगी है तो व्यक्ति अन्य स्त्रियों के कारण कर्ज लेता है|
- यदि मकान में इशान कोण की दिशा लुप्त हो जाये तो अनावश्यक कर्ज लेना पड़ता है|
- यदि इशान कोण और कोनों की अपेक्षा छोटा रह जाय तोह पुत्र संतति में बाधा रहती है और कई बार डॉक्टरों,वैद्यों,ओझा,तांत्रिकों के चक्करों में कर्ज लेना पड़ता है|
- यदि इशान कोण माध्यम ऊंचाई पर है तो वांछित लाभ की पूर्ति हेतु कर्ज लेना पड़ता है|
- यदि पूर्व या उत्तर की सड़क मकान की अपेक्षा ऊंचाई पर हो तो उसमें रहने वाले अनावश्यक,तनावग्रस्त,शुभ परिनामों से वंचित रहना हैं व् व्यक्ति झुठी शान के कारण कर्ज लेता है|
उपाय
- भवन में इशान कोण में ध्वनि या मधुर झनकार करने वाली घंटियों का प्रयोग करने से सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है| मन व् शरीर स्वस्थ होकर सुख वृद्धि होगी, जो कर्जे से निर्वृति हेतु उचित होगा|
- शिवजी की आराधना करे|
- इशान कोण साफ रखें|