ग्रह दोषो से मुक्ति पाने के लिए रसोईघर में करे इन चीजों का इस्तेमाल
ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रह बताए गए हैं और हर ग्रह में होने वाले बदलाव का असर व्यक्ति के जीवन में पड़ता है। ज्योतिष के अनुसार, कुछ ग्रह शुभ परिणाम देने वाले होते हैं, तो वहीं कुंडली में कुछ ग्रहों की स्थिति अच्छी न होने की वजह से वे अशुभ फल देते हैं। यदि किसी व्यक्ति की राशि या कुंडली में ग्रह शुभ और ताकतवर हैं तो व्यक्ति को जीवन में हमेशा सफलता हासिल होती है।
वहीं जब नौ में से कोई भी ग्रह कमजोर होता है तो आपके जीवन में परेशानियां आती रहती हैं, इसलिए लोग ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए कई तरह के उपाय किए हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी रसोई में मौजूद कई चीजें ऐसी हैं, जिनका उपयोग ग्रहों को अनुकूल बनाने में किया जा सकता है। तो चलिए आज जानते हैं कि कैसे रसोई घर में रखी चीजों के उपाय से ग्रह दोष के बुरे प्रभावों से मुक्ति पाई जा सकती हैज्योतिष के अनुसार, सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है।
ऐसे में कुंडली में सूर्य को मजबूत बनाने के लिए शुद्ध घी, केसर, गेहूं से बनी चीजों का प्रयोग और दान करना चाहिए।कहा जाता है कि चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए केवल जल ही काफी होता है। इसके लिए चंद्रमा को जल देना चाहिए। साथ ही रसीले फल, शरबत, चावल आदि का उपयोग चंद्रमा को बल देता है।यदि आपका मंगल कमजोर है तो मंगल को अनुकूल बनाने के लिए आटे के मीठे रोट हनुमान जी को चढ़ाएं। इसके साथ ही लाल फल सब्जियों आदि के प्रयोग से मंगल का बलवान होता है।बुध अनुकूल बनाने के लिए धनिया, सौंफ, मूंगदाल, हरी शाक-भाजी का प्रयोग बढ़ाकर बुध को मजबूत किया जा सकता है।
इसके अलावा सहजन की फली, त्रिफला आदि का उपयोग करने के साथ ही दान भी किया जा सकता है।यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह अशुभ फल प्रदान कर रहे हों तो उसे हल्दी, केसर और केले आदि पीली चीजों का दान करना चाहिए। मान्यता है कि इससे गुरु ग्रह मजबूत होगा।वहीं शुक्र को मजबूत करने के लिए चावल, दूध आदि सफेद चीजों का दान किया जा सकता है।
इसके अलावा मखाने और चावल से बनी खीरका सेवन किया जा सकता है। सफेद चीजों का सेवन भी शुक्र को मजबूत बनाता है।मान्यता के अनुसार, यदि किसी की कुंडली में शनि अशुभ फल प्रदान कर रहे हों तो सरसों का तेल, कलौंजी, काले तिल का प्रयोग और दान करना लाभकारी रहता है।
राहु-केतु के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए सिरका, रासायनिक पदार्थ, नमक इत्यादि प्रयोग किया जा सकता है। इसके अलावा जल में जौ प्रवाहित करने से भी राहु के कोप से राहत मिलती है।