मोती का उपयोग
मोती को भिन्न-भिन्न रूपों में प्रयोग किया जाता है। जो मोती रूप रंग मे व आकार में सुन्दर होते हैं उन्हे प्रायः आभूषणों में मढ़वाकर तथा केवल मोतियों का ही हार आदि विभिन्न प्रकार के आभूषणों के रूप में पहनते हैं। मोती का पाउडर भी शारीरिक सौन्दर्यता व कान्ति को बढ़ाने वाला होता है।
मोती के धारण करने से शारीरिक कान्ति, रूप् ,सौन्दर्य, बल, ज्ञान, एवं बुद्धि की वृद्धि होती है। धन, यश, सम्मान एवं प्रभुत्व को दिलाता है एवं सभी प्रकार की मनोकामनाओं की पूर्ति करता है, तथा स्त्री गुण में भी वृद्धि करता है तथा धार्मिक भावना को पुष्ट करता है।
चीन के लोग मृतक के मुख में मोती रखकर दाह-संस्कार करते हैं। ऐसा उनका विश्वास है कि इस प्रकार दाह-संस्कार करने से मृतक स्वर्गको प्राप्त होता है। जापानी बौद्धों का विश्वास है कि मोती ईश्वर के द्वारा उत्पन्न किया हुआ है, अतः इसको पास रखने से ईश्वरीय शक्ति प्राप्त होती है। अथर्व वेद के अनुुसार मोती भस्म के सेवन से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।