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काम में आ रही है लगातार रुकावट ? तो करें ये उपाय…

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काम में आ रही है लगातार रुकावट ? तो करें ये उपाय…

जिंदगी से तो संघर्ष है और संघर्ष के बिना जिंदगी भी क्या है कहा जाता है जब तक पत्थर पर चोट नहीं मारी जाती है तब तक पत्थर मूर्ति नहीं बन पाता अर्थात जिस प्रकार से मूर्ति तराशने के लिए पत्थर पर चोट मारी जाती उसी प्रकार से संघर्ष जिंदगी को सवांरते हैं।यह बात अलग है कि कुछ आदमी जीवन में कोई भी काम करते हैं तो बिना रुकावट सफल हो जाता है वही कुछ आदमी कितना भी प्रयास करते हैं हर बार कोई ना कोई रुकावट काम बिगाड़ देती है।

जब लगातार जीवन में रुकावट पैदा होने लगे तो काम में रुकावट के उपाय करना जरूरी हो जाता है रुकावटो को रोकने के लिए कई तरीके अपनाना जरूरी हो जाता है जब हम काम आ रही रुकावट को रोकने का उपाय करते हैं तो समाधान भी मिल जाता है काम में रुकावट के उपाय बहुत सारे हैं इनमें से कोई एक उपाय करने से सभी रुकावटें दूर हो जाती है आइए हम कुछ काम में रूकावट के उपाय के विषय में जानते

उठते ही सबसे पहले अपने हाथों कि हथेलियों को देखना चाहिए, इसके पीछे की मान्यता ये हैं कि आपके हाथ में ब्रह्म लक्ष्मी और सरस्वती जी तीनों का वास होता है। और ऐसे करते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए- कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती। करमूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते करदर्शनम्।। माना जाता है कि जब व्यक्ति पूरे विश्वास के साथ अपने हाथों को देखता है, तो उसे विश्वास हो जाता है कि उसके शुभ कर्मों में देवता भी सहायक होंगे। इससे मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।

सुबह सबसे पहले उठकर अपने माता-पिता का अभिवादन करना चाहिए। दरअसल माता-पिता का आशीर्वाद सभी बिगड़े कार्यों को सही कर देता और ऐसा करने से ईश्वर की कृपा भी बनी रहती है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शास्त्रों में उदयगामी सूर्य की आराधना बहुत फलदायी मानी जाती है। सुबह उठकर यदि ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जाप करके सूर्यदेव को अर्घ्य दें और उन्हें प्रणाम करें तो ऐसा करने से पूरे दिन सकरात्मक ऊर्जा बनी रहती है। पूरा दिन सकरात्मकता भर बीतता है।

रुकावट दूर करने के उपाय
हनुमानजी और गणेशजी दो ऐसे देवता है जिन्हे बचपन मॆ चोट लगी तथा इन्होने मनचाहे वरदान पायें।भगवान गणेश की पूजा के बिना शुरू किये गये कार्य मॆ भगवान गणेश कोई न कोई रुकावट उत्पन्न कर देते है। जब हम उनके स्मरण से कोई कार्य प्रारम्भ करते है तो हमे सभी कार्य मॆ सफलता मिलती है।
एकादश रुद्र हनुमान को शनिदेव ने कृपा का वरदान दिया है। जो व्यक्ति हनुमानजी जी की पूजा पाठ करते है रामचरितमानस का पाठ करते है उनके कार्यों मॆ सफलता प्राप्त होती है।

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