राहू काल में भूलकर न करें ये काम ?
वैदिक ज्योतिष, में राहु ग्रह को एक पाप ग्रह की संज्ञा दी गई है वैदिक ज्योतिष में राहु संकट कारक माना गया है ।ऐसा माना जाता है कि कोई शुभ काम करना हो तो सबसे पहले राहु काल का विशेष ध्यान देना चाहिए।अगर हम शुभ कार्य करते समय राहु काल का ध्यान नही रखेंगे तो उस कार्य मे बिघ्न आ सकता है ज्योतिष शास्त्र में ग्रहो का एक अपना अपना समय होता है ।ठीक इसी प्रकार से दिन और रात में भी पूरे 9 ग्रहो का एक अपना समय होता है उसी में से एक राहुकाल भी आता है।
ज्योतिष के अनुसार,एक दिन में एक बार राहुकाल आता है और ये अलग अलग दिन में अलग अलग समय पर आता है।आज हम यह जानेंगे कि राहु काल का समय क्या है ? राहुकाल को कैसे पता करें?राहुकाल का समय डेड घंटे का होता है .जो सातो बार के अनुसार इस प्रकार है-
राहु काल मे न करे ये 3 काम
राहु काल में कोई भी दैविक कार्य नही करनी चाहिए जैसे-पूजा,हवन,कथा ,कोई मांगलिक कार्य मुंडन,गृह प्रवेश,विवाह,आदि की शुरुवात नही करनी चाहिये।
अगर आप कोई ब्यापार शुरू करने जार हे है तो राहु काल का विशेष ध्यान रखे।
राहुकाल में यात्रा करना भी हानिकारक होता है।
यदि किसी कारण वस राहुकाल में कोई मांगलिक कार्य करना पड़े तो ऐसी स्थिति ने अपने इस्टदेव को याद करे उनका पूजन करे इष्टदेव को प्रसाद का भोग लगाकर फिर काम पे लग जाये ऐसा करने से राहु की कुदृष्टि नही पड़ेगी।