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बच्चे के भविष्य की प्लानिंग कुछ ऐसे लक्ष्य हैं जिससे कोई भी मां-बाप समझौता नहीं करना चाहते हैं। वहीं बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए ऐसे निवेश विकल्पों में निवेश करना चाहिए जहां जोखिम कम हो। अपने वित्तीय लक्ष्य महंगाई दर को ध्यान में रखकर बनाना चाहिए। बच्चे के भविष्य हेतु ऐसे विकल्पों में निवेश करना उचित होता है जहां टैक्स में छूट मिल सके। ‘पीपीएफ में निवेश एक बेहतर विकल्प है। इसके अलावा बाजार में ऐसे भी निवेश के विकल्प मौजूद हैं जिसमें टैक्स में छूट मिलती है। पैंरेंट्स को ऐसे विकल्पों का इस्तेमाल करना चाहिए।
बच्चों की भविष्य का प्लानिंग में मूल उद्देश्य यह होता है कि आपके बाद भी आपके बच्चे का भविष्य सुरक्षित हो और उसे वित्तीय समस्याओं से दो-चार ना होना पड़े। मौजूदा समय में इंश्योरेंस कंपनियों के पास ऐसे कई चाइल्ड प्लान मौजूद हैं जो आपके रहते हुए और आपके बाद भी आपके बच्चे के बेहतर भविष्य की गारंटी लेते हैं। ये प्लान बेहतर तो होते हैं लेकिन ये एक तरह के यूलिप लिंक्ड प्लान की तरह होते हैं।
जहां आपके निवेश को ज्यादा रिटर्न मिलने की गुंजाइश नहीं होती है। ऐसे में माता-मिता चाइल्ड प्लान लेने के बजाय पर्याप्त कवर वाला कोई टर्म प्लान लें जो ज्यादा बेहतर होता है। टर्म प्लान सस्ते भी होते हैं साथ ही चाइल्ड प्लान की अपेक्षा ये ज्यादा रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं। इसके अलावा म्यूचुअल फंड में भी निवेश करके बच्चे के बेहतर भविष्य की तैयारी की जा सकती है। एसआईपी के जरिए अच्छे डाइवर्सिफाइड फंड में निवेश करें और समय-समय पर अपने निवेश की समीक्षा करते रहें। इससे आप भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकते हैं।
अपने बच्चे को दें बचत की शिक्षा-
हर माता-पिता को अपने बच्चे तो बचत की शिक्षा बचपन से ही देना चाहिए। ये एक ऐसा गुण और संस्कार है जो बच्चे के सुनहरे भविष्य में मील का पत्थर साबित होता है।
बच्चे में बचत की आदत डालें, उसे पैसे की अहमियत समझाएं। बच्चे को परिवार के बजट और खर्च की जानकारी दें। इसके अलावा पॉकेट मनी से उसको खुद का बजट बनाना सिखाएं। पिग्गी बैंक के जरिए निवेश करना सिखाएं, साथ ही उसका एक बैंक अकाउंट खोल दें और उसमें नियमित तौर पर निवेश करना सिखाएं। यदि आप ऐसा करते हैं तो जब आपका बच्चा बड़ा होगा तब उसे बचत की अहमियत अपने आप समझ आ जाएगी। वहीं बचपन में दी गई बचत की शिक्षा उसके भविष्य के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।
जहां आपके निवेश को ज्यादा रिटर्न मिलने की गुंजाइश नहीं होती है। ऐसे में माता-मिता चाइल्ड प्लान लेने के बजाय पर्याप्त कवर वाला कोई टर्म प्लान लें जो ज्यादा बेहतर होता है। टर्म प्लान सस्ते भी होते हैं साथ ही चाइल्ड प्लान की अपेक्षा ये ज्यादा रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं। इसके अलावा म्यूचुअल फंड में भी निवेश करके बच्चे के बेहतर भविष्य की तैयारी की जा सकती है। एसआईपी के जरिए अच्छे डाइवर्सिफाइड फंड में निवेश करें और समय-समय पर अपने निवेश की समीक्षा करते रहें। इससे आप भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकते हैं।
अपने बच्चे को दें बचत की शिक्षा-
हर माता-पिता को अपने बच्चे तो बचत की शिक्षा बचपन से ही देना चाहिए। ये एक ऐसा गुण और संस्कार है जो बच्चे के सुनहरे भविष्य में मील का पत्थर साबित होता है।
बच्चे में बचत की आदत डालें, उसे पैसे की अहमियत समझाएं। बच्चे को परिवार के बजट और खर्च की जानकारी दें। इसके अलावा पॉकेट मनी से उसको खुद का बजट बनाना सिखाएं। पिग्गी बैंक के जरिए निवेश करना सिखाएं, साथ ही उसका एक बैंक अकाउंट खोल दें और उसमें नियमित तौर पर निवेश करना सिखाएं। यदि आप ऐसा करते हैं तो जब आपका बच्चा बड़ा होगा तब उसे बचत की अहमियत अपने आप समझ आ जाएगी। वहीं बचपन में दी गई बचत की शिक्षा उसके भविष्य के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।