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वास्तुशास्त्र अनुसार घर में न रखें ये वस्तु…

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वास्तुशास्त्र अनुसार घर में न रखें ये वस्तु…

घर में ऐसी कई वस्तुएं होती हैं जो कि नकारात्मकता तो फैलाती ही है साथ ही हमारा दिमाग भी बदल देती है जिसके चलते अच्छे भले दिन बुरे दिन में बदल जाते हैं। आओ भारतीय वास्तुशास्त्र अनुसार जानते हैं ऐसी ही 10 नकारात्मक वस्तुओं के बारे में संक्षिप्त में।
1.टूटी-फूटी वस्तुएं : टूटे-फूटे बर्तन, दर्पण, इलेक्ट्रॉनिक सामान, तस्वीर, फर्नीचर, सोफा, कुर्सी और टेबल, पलंग, घड़ी, दीपक, झाड़ू, मग, कप आदि कोई सा भी सामान घर में नहीं रखना चाहिए।
2. नकारात्मक तस्वीरें, मूर्ति, चित्र : महाभारत युद्ध का चित्र, ताजमहल का चित्र, डूबती हुई नाव या जहाज, फव्वारे, जंगली जानवरों के चित्र, नटराज की मूर्ति और कांटेदार पौधों के चित्र घर में नहीं रखना चाहिए। देवी-देवताओं की फटी हुईं और पुरानी तस्वीरें अथवा खंडित हुईं मूर्तियों से भी आर्थिक हानि होती है अत: उन्हें किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए।
3. पुराने या फटे कपड़े की पोटली : अक्सर लोग घरों की अलमारी या दीवान में फटे-पुराने कपड़ों की एक पोटली रखते हैं। हालांकि कुछ लोग जो कपड़े अनुपयोगी हो गए हैं उनको कबर्ड या अलमारी के निचले हिस्से में रख छोड़ते हैं। यह नहीं रखना चाहिए।
4.कबाड़ : अक्सर देखा गया है कि लोग घर में अटाला या कबाड़ जमा कर रखते हैं। इसके लिए एक कबाड़खाना अलग से होना चाहिए। पुराने या टूटे हुए जूते-चप्पल आपको आगे बढ़ने से रोक देते हैं। इन्हें भी घर से निकाल दें।
5.पर्स या तिजोरी : पर्स फटा न हो और तिजोरी टूटी हुई न हो। पर्स या तिजोरी में धार्मिक और पवित्र वस्तुएं रखें जिनसे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और जिन्हें देखकर मन प्रसन्न होता है।
6. टूटी या खुली अलमारी : किताबें रखने या कुछ छोटा-मोटा सामान रखने वाली अलमारियों को बंद करने का दरवाजा नहीं है या उनमें कांच नहीं लगा है तो वह खुली मानी जाएगी। माना जाता है कि ऐसी अलमारी के होने से हर तरह के कार्यों में रुकावट आती है और धन भी पानी की तरह बह जाता है। टूटे फूटे फर्नीचर को बदल दें या उन्हें ठीक करवा लें।
7.सजावटी वस्तुएं या कलाकृतियां : कुछ लोग घर को कलात्मक लुक देने के लिए नकली या कांटेदार पौधे लगा लेते हैं। कई लोग पुरानी या फालतू चीजों से भी अपना घर सजाते हैं, जो कि गलत है। ऐसी वस्तुएं घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं।
8. प्लास्टिक का सामान : आजकल प्लास्टिक का प्रचलन बढ़ गया है। आटे का डब्बा, रोटी का डब्बा, चम्मच, चाय का डब्बा, पानी की बोतल, मसाले आदि के छोटे-छोटे डब्बे आदि कई सामान प्लास्टिक के आने लगे हैं। प्लास्टिक की थेलियां भी बहुत से घरों में इकट्ठी करके रखी जाती है। घर में यदि प्लास्टिक है तो यह उर्जा का कुचालक होता है। आपके घर का वातावरण बदल जाएगा और इससे आपके भीतर का उत्साह समाप्त होकर निराशा में ‍बदल जाएगा। यह संकट को आमंत्रित करने का अच्छा साधन है। वैज्ञानिक कहते हैं कि प्लास्टिक कैंसर का भी कारण बन सकता है।
9. हानिकारक वस्तुएं : इसके अलावा घर में ऐसी कई हानिकारक वस्तुएं होती है जिसके घर में रखें होने से घर का वातावरण ‍विशैला बन जाता है। यह स्थूल रूप से दिखाई नहीं देता लेकिन हवा का गुण धर्म इससे बदल जाता है। ऐसे कई वस्तुएं हैं जो हमारे आसपास रहती है जैसे यहां-वहां ‍घर में बिखरी ढेर सारी दवाइयां, एसिड की बोतल, टाइलेट क्लिनर शोप, फिनॉयल, जहरीले रसायन, कीटनाशक, मच्छर मारने की दवा, एंटीबॉयोटिक दवा, अधिक बल्ब, एयर फ्रेशनर, अग्निशामक, नॉन स्टिक पॉट आदि। सभी तरह की हानिकारक वस्तुओं के लिए एक स्थान नियुक्त होना चाहिए और वह भी ऐसा जहां वे सुरक्षित रखी हों। ऐसी वस्तुओं के लिए अलग से लकड़ी या लोहे का एक बॉक्स बनवाएं और उसमें रखें जो किचन और बेडरूम से दूर हो।
10. पत्थर, नग या नगिना : कई लोग अपने घर में अनावश्यक पत्थर, नग, अंगुठी, ताबिज या अन्य इसी तरह के सामान घर में कहीं रख छोड़ते हैं। यह मालूम नहीं रहता है कि कौन-सा नग फायदा पहुंचा रहा है और कौन-सा नग नुकसान पहुंचा रहा है। इसलिए इस तरह के सामान को घर से बाहर निकाल दें। एक छोटा सा पत्थर भी आपके भाग्य को दुर्भाग्य में बदलने की क्षमता रखा है। यदि यह घर में रखा है तो इसकी उर्जा धीरे धीरे आपके घर के वातावरण को बदल कर रख देगी।