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कई बार हम दिन-रात कड़ी मेहनत करते है, इसके बाबजूद हमें सफलता प्राप्त नहीं होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें घर में वास्तुदोष भी एक कारण हो सकता है। वास्तु दोष उत्पन्न होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है,जिसके कारण हमारे साथ दुःख और अशुभ घटनाएं घटित होने लगती हैं। इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए वास्तुशास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं-
1.सुबह घर की सफाई के उपरांत हल्दी को जल में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने सम्पूर्ण घर में छिडकाव करें, इससे घर में लक्ष्मी का वास तथा शांति भी बनी रहती है। इसी प्रकार घर में सफाई करने के उपरांत गंगाजल के छिड़काव से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और वास्तुदोष दूर भागता है।
2.गलत दिशा में रखी गईं धार्मिक पुस्तकें वास्तु दोष का कारण बनती हैं। वास्तु के अनुसार धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों को हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखना चाहिए । किसी दूसरी दिशा में, बेड के अंदर अथवा गद्दे या तकिये के नीचे धार्मिक पुस्तकें रखना शुभ नहीं होता।
3.अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित जलाएं तथा घंटी भी बजाना चाहिए जिससे सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा घर से बहार निकलती है। इसी तरह घर में शंख रखने और बजाने से घर का वास्तु दोष दूर होता है। घर के पूजा-स्थल में देवी-देवताओं पर चढ़ाए गए पुष्प-हार दूसरे दिन हटा देने चाहिए और भगवान को नए पुष्प-हार अर्पित करने चाहिए। इसी प्रकार पूजा घर में देवताओं के चित्र भूलकर भी आमने-सामने नहीं रखने चाहिए इससे बड़ा दोष उत्पन्न होता है।
4.घर में सफाई हेतु रखी झाडू को दरवाजे के पास नहीं रखें यदि। यदि झाडू के बार-बार पैर लगता है, तो यह धन-नाश का कारण होता है। झाडू के ऊपर कोई वजनदार वस्तु भी नहीं रखें।
5.अपने घर में दीवारों पर सुन्दर, हरियाली से युक्त और मन को प्रसन्न करने वाले चित्र लगाएं। इससे घर के मुखिया को होने वाली मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है।
6.वास्तुदोष के कारण यदि घर में किसी सदस्य को रात में नींद नहीं आती या स्वभाव चिडचिडा रहता हो, तो उसे दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके शयन कराएं। इससे उसके स्वभाव में बदलाव होगा और अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।
7.घर के उत्तर-पूर्व में कभी भी कचरा इकट्ठा न होने दें और न ही इधर भारी सामान और मशीनरी रखें। अपने वंश की उन्नति के लिये घर के मुख्यद्वार पर अशोक के वृक्ष दोनों तरफ लगाएं।
8 .अपने घर में ईशान कोण अथवा ब्रह्मस्थल में स्फटिक श्रीयंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करें। यह यन्त्र लक्ष्मी प्रदायक भी होता ही है, साथ ही साथ घर में स्थित वास्तुदोषों का भी निवारण करता है।
9 .अपने घर के उत्तर-पूर्व कोण में हरी-भरी तुलसी का पौधा लगाएं, शाम के समय यहाँ एक घी का दीपक अवश्य लगाएं, तुलसी देवी लक्ष्मी का स्वरुप है,अतः नियमित रूप से अपने घर की सुख-शांति की प्रार्थना करें |
10.घर में किसी भी कमरे में सूखे हुए पुष्प नहीं रखने दें। यदि छोटे गुलदस्ते में रखे हुए फूल सूख जाएं, तो नए फूल लगा दें और सूखे पुष्पों को निकालकर बाहर फेंक दें।
11.सुबह के समय थोड़ी देर तक निरंतर बजने वाली ॐ नमः शिवाय की धुन या अपनी आस्था के अनुसार कोई भी मंत्र की धुन घर में बजने दें ,इससे भी वास्तुदोष दूर होते हैं।