परिवार में रहना है खुश ? तो बरकरार रखें चीजें
एक सूखी परिवार कुछ खास मंत्रों को जोड़कर बनता है. वो मंत्र है प्यार, आत्मीयता और अपनेपन.यह तीनों ही चीज किसी खुशी परिवार की एक खास निशानी है. अगर यह तीनों ही चीजें एक परिवार में ना हो तो वह घर नहीं बल्कि एक मकान के नाम में तब्दील हो जाता है. इंसान दिनभर काम कर के शाम में आखिर में अपने परिवार के पास ही जा कर अपने गम और खुशी को शेयर करता है. अच्छा, बुरा, खराब और भी ऐसी कई बातों को परिवार का सदस्य जाकर अपनों को बताता है।
इसके बदले उसे सजेशन, सांत्वना, प्यार और डाट नजाने ऐसी कई चीजें जो अपनेपन का एहसास कराती हैं वो चीजे मिलती हैं. यही चीजें उसकी जिंदगी में हमेशा के लिए बरकरार रहें इसके लिए जरूरी है कि आप भी अपनापन दिखाएं और फर्ज निभाएं. तो आइए जानते हैं कि आप किन किन टिप्स को अपना कर अपने परिवार को खुश रख एक हैप्पी फैमिली का उदाहरण पेश कर सकते है।
खुशी रखें बरकरार
सब एक साथ रहें
एक-दूसरे को प्यार करें। एक-दूसरे के साथ मस्ती करें। खुश रहें। आपस में चुटकुले सुनाएं। गप्पे मारें, हंसे और हंसाएं। आपके साथ ही आपके पूरे परिवार का स्वास्थ ठीक रहेगा और खुशियों से घर खिल उठेगा।
एक-दूसरों से शेयर करें बातें
अपनी सभी बातों को एक-दूसरे से शेयर करें फिर चाहे वह खुशी वाली बातें हों, बदमाशी वाली हों या दुख वाली। परिवार में कुछ पर्सनल नहीं होता, इसलिए पर्सनल बातें भी शेयर कर सकते हैं।
साथ में खाना खाएं
इससे प्यार बढ़ता है। आजकल हर घर की यह आदत हो गई है कि कोई डाइनिंग रूम में खाता है, तो कोई बेड रूम या ड्रॉइंग रूम में टीवी देखते हुए खाना खाता है। साथ में एक साथ बैठकर खाने से एक-दूसरे से बातें करने का मौका मिलता है। एक-दूसरे का हाल जानने-समझने का मौका मिलता है।
साथ में खेलें
बच्चे आपस में खेलें। दादा-दादी, पोता-पोती के साथ खेलें। यह दोनों के लिए ही जरूरी है। दूसरे बड़े भी बच्चों के साथ खेल सकते हैं। मोबाइल पर बच्चों को दिन रात रहने की बजाय उन्हें आपस में एक-दूसरे के साथ हंसी-मजाक और खेलने के महत्व को समझाएं।