जाने टोटके करने की मानव प्राणी को आवश्यता क्यों पड़ी ?
मानव प्राणी अनिष्ट ग्रहों से फलीभूत होकर, दुश्मनों द्वारा कराए गए जादू टोने के प्रभावों से एवं प्रकृति-प्रदत्त शारीरिक व्याधियों से पीड़ित होकर नाना प्रकार के दुख भोग रहे हैं। रोगी व्यक्ति को अनेकों उपचार कराने के बाद भी यदि स्वास्थ्य लाभ न मिलता हो, सांसारिक सुख-समृद्धि प्राप्त करने में यदि आप पिछडे हुए है।तो ऐसी अवस्था में ’’टोटके’’ द्वारा आप लाभ उठा सकते है। टोटके की महाशक्तियाॅ रोग, शोक व कष्ट आदि से छुटकारा तो दिलाती ही है, साथ ही साथ सुख-समृद्धि, सन्तान और समस्त सफलताएँ भी हासिल कराती है।
मानव जीवन की आवश्यकता और आकांक्षाओं की पूर्ति के अनेक साधनों में ’’टोटके’’ सरल और सुगम साधन है। लोक कल्याण और आत्म कल्याण की कामना से किए गए ’’टोटके कर्म’’ इस लोक और परलोक दोनो में लाभदायी होते है.वर्णित टोटके प्राचीनतम, प्रामाणिक, अनुपलब्ध पुस्तकों से महान तांत्रिक गुरूओं से प्राप्त कर तथा उन पर पूर्ण शोध करके लिखे गए है जिसकी सत्यता निर्विवाद है।