जानें देवी देवताओं में क्यों चढ़ाये जाते गेंदे का फूल ?
अनेक पत्तियों से मिलकर बना केसरिया रंग का गेंदे का फूल साज सजावट के अलावा देवी देवताओं को भी अत्यंत प्रिय है. पूजा-पाठ या शुभ काम में सबसे ज्यादा गेंदे का फूल का उपयोग किया जाता है. गेंदे के फूल का पूजा पाठ में अत्यंत महत्व बताया गया है. साथ ही मान्यता है कि ये फूल देवी-देवता का प्रिय फूल भी है.क्या आपने कभी सोचा है कि पूजा, तीज-त्योहारों पर सबसे अधिक गेंदे के फूल का उपयोग ही क्यों किया जाता है? केसरिया रंग लिए बेहद खूबसूरत दिखने वाला ये फूल हर देवी-देवता को प्रिय है. इसका केसरिया रंग हिंदू धर्म से जुड़ा है.सनातन धर्म में देवी-देवताओं को पूजा के समय पुष्प अर्पित करने का विधान है।
मान्यता के अनुसार यह फूल नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित कर देता है.यही वजह है कि इस फूल का उपयोग तीज त्यौहार पर अधिक किया जाता है. इस फूल को मुख्य दरवाजे पर लटकाने से बुरी शक्तियां दूर रहती हैं.भगवान की पूजा में सबसे अधिक गेंदे के फूल चढ़ाए जाते हैं. इन फूलों को ना सिर्फ भगवान की पूजा में अर्पित किया जाता है बल्कि इनका उपयोग घर की सजावट और अधिकतम शुभ काम में भी किया जाता है. केसरिया रंग त्याग और मोह-माया को भी दर्शाता है।
एक बीज अपने में अनेक पत्तियों को जोड़े रखता है. जो एकता का प्रतीक भी माना जाता है. भोपाल के रहने वाले पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, ज्योतिष बताते हैं कि गेंदे के फूल क्यों इतने महत्वपूर्ण हैंगेंदा ही एकमात्र ऐसा फूल है जो अपनी पत्तियों से अंकुरित हो जाता है. ये फूल एक आत्मा की खासियत को भी दर्शाता है. जिस तरह आत्मा कभी नहीं मरती उसी तरह इसकी हर एक पत्ती अपने आप में जीवंत होती है.गेंदे के फूलों को वंदनवार और तोरण के रूप में दरवाजे पर लगाना शुभ माना जाता है।
गेंदा का फूल चढ़ाने के फायदे
तो चलिए हम आपको अब भगवान को गेंदा का फूल चढ़ाने के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप भगवान का आशीर्वाद पा सकते हैं।
परेशानियां होंगी दूर
अगर आप भगवान को पीले रंग का गेंदा का फूल चढ़ाएंगे तो आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। इतना ही नहीं, अगर आप सोमवार के दिन शिवजी को फूल चढ़ाएंगे तो आपके घर खुशियां ही खुशियां आएंगी और सारी मुसीबतें दूर होंगी। इसके अलावा भगवान शिवजी की कृपा भी बरसेगी और घर में कलह भी नहीं होगी।