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रोगों से मुक्ति के लिए,करें ये टोटका

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 अनेक रोगों से मुक्ति दिलाने वाला टोटका

जो व्यक्ति अनेक रोगों से पीड़ित हो, यदि वह ’’कृत्तिका नक्षत्र’’ में एक रंग वाली गाय के दूध में प्याज की पत्ती पीस कर पिए तो वह सभी रोगों से धीरे-धीरे मुक्त हो जाता है।

उल्टी और दस्त बंद कराने वाला टोटका

यदि किसी व्यक्ति को ’’ उल्टी और दस्त’’ हो रहा हो, तो दो तोला आम वृक्ष के मुलायम पत्ते कुचलकर आधा किलो पानी में उबालें। जब आधा पानी रह जाय तो उसे छानकर कोसे गर्मा पानी रोगी को दो-दो घंटे पर एक-एक तोला पिलावें।

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’’पक्षाघात रोग’’ से मुक्त होने का टोटका

नीम और अदरख के पत्ते बराबर मात्रा में लेकर, देशी घी में भूनकर, 24 घंटे में तीन बार, तीन दिन तक रोगी को एक-एक चम्मच पिलावें और वही घी शरीर में मालिश करें तो ’’पक्षघात रोग’’ से मुक्ति मिल जायेगी।

पीलिया रोग मिटाने का जबरदस्त टोटके

अदरख, चिरैता, दोनों को समान भाग लेकर, पीसकर मटर समान गोली बना लें। प्रतिदिन सुबह-शाम एक सप्ताह तक एक-एक गोली खाएँ, तो पीलिया रोग मिट जायेगा।

वमन (कै, उल्टी) बन्द करने का टोटका

नारियल की जटा को जलाकर, उसकी राख में थोड़ा सफेद नमक मिलाकर, उसे आधा गिलास पानी में घोलकर, बच्चे को दिन में तीन बार एक-एक चम्मच पिलाने से ’’वमन रोग’’ दूर हो जाता है और बच्चा आराम से सोता है।

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’’सफेद कोढ़’’ से बचने हेतु टोटका

सावधान! मछली खाने के बाद दूध भूल से भी न पिएँ, वरना ’’सफेद कोढ़ हो जाएगा।

गर्भ नहीं ठहरने वाला टोटका

यदि आपको एक दो बच्चे हो गए हों और चाहते हों कि आपकी पत्नी के अब गर्भ न ठहरे, तो दो माशा हल्दी का चूर्ण माहवारी होने के 2 दिन बाद तीन दिन तक ताजे पानी के साथ पिएँ, तो उस महिला को गर्भ नही ठहरेगा।

’’पांव का पकूहा रोग’’ ठीक होने का टोटका

ब्रसात के समय कीचड़ और पानी में नंगे पांव चलने पर कई लोगों को पांव में ’’पकूहा रोग’’ लग जाता है, जिससे पांव की उॅगलियां गलने लगती है। इस अवस्था में रात को सोते समय पीड़ित उॅगलियों में सरसों का तेल मलकर उपर से मेहंदी का चूर्ण छिड़क दें। यह क्रिया एक सप्ताह तक दुहरावें।