माॅ शैलपुत्री
माॅ दुर्गा अपने पहले रूप में ‘‘शैलपुत्री’’ के नाम से जानी जाती हैं, उनका यह नाम पवर्तराज हिमालय की पुत्री होने के कारण है। वृषभ स्थिता दाहिने हाथ में त्रिषूल और बायें हाथ में कमल पुष्प सुषोभित है, यहीं रूप नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा का है। अपने पूर्वजन्म में प्रजापति दक्ष की कन्या के रूप में जनमी प्रथमदुर्गा माॅ का नाम सती था। इनका विवाह शंकरजी से हुआ। एक बार प्रजापति दक्ष ने महायज्ञ का आयोजन किया, जिसमें सभी देवताओं को यज्ञ में शामिल होने का निमंत्रण भेजा किंतु भगवान...