आस्था और अन्धविश्वास का ज्योतिषीय नजरिया.... आस्था और अन्धविश्वास का ज्योतिषीय नजरिया.... भगवान की कृपा के कारण ही सब अपनी जगह पर अडिग है। अब आप इसे शिव की कृपा मानें या जो भी हो इन सभी बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। किन्तु हमारे देश में आस्था जीवन का आधार है...इस के द्वारा न केवल गाँव के अनपढ बल्कि उच्च शिक्षित लोग जो अपने आप को नास्तिक बताते हैं वे भी आस्था और अन्धविश्वास में विष्वास करते दीखते है....ये देखने में तो बहुत ही सामान्य बात लगती है...