रूठी हुई लक्ष्मी को कैसे मनाए? करें नैवेद्य तंत्र के टोटके
रूठी लक्ष्मी को पुनः घर वापस लाने हेतु यह एक अति सरल तंत्र टोटके है। यह टोटके किसी भी महीने के शुक्लपक्ष के प्रथम दिन की रात्रि से आरम्भ कर पूर्णिमा की रात्रि (लगातार 15 रात्रि) तक करें। इस टोटके की साधना इस प्रकार करे- सायंकाल चंन्द्रमा को धूप-दीप दिखाकर श्वेत पदार्थ (खीर दही, दूध या खोए की बर्फी अथवा बताशे) का नैवेद्य अर्पित करें।
नैवेद्य के पास ही अगरबत्ती व गाय के घी का दीपक जलाकर रख दें। यह क्रिया ऐसे स्थान पर की जानी चाहिए, जहाॅं चंन्द्रमा की किरणें आ रही हो। झरोखा, जीना अथवा छत पर जहाॅ चांदनी हो, वही वैवेद्य आदि रखें। अन्धेरे में अथवा चन्द्रमा के परोक्ष स्थान पर रखने से टोटके निष्फल हो जाता है।
नियमानुसार की गयी यह साधना लगातार 15 रात्रि रखने से व्यवसायी, उद्यमी, राज्य कर्मचारी एवं सामान्य लोगों के घर से रूठ कर गयी लक्ष्मी पुनः वापस चली आती हैं, बंद होने पर जो उद्योग हो उसमें भी चार चाॅद लग जाते है।