मकर राशि में शनि गोचर का प्रभाव…
शनि गोचर किसी भी भाव में सौभाग्य का आगमन नहीं करता है। द्वितीय भाव भी शनि गोचर के नकारात्मक प्रभावों से अछूता नहीं रहेगा। इस समयावधि में जातक का मन भटकता रहेगा। एक जगह स्थिर होने में जातक को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि जातक को निजी जीवन में कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने पड़ेंगे। खासकर संबंधों में काफी उठापटक रहेगी। विशेषकर जीवनसाथी के साथ आपका समय अच्छा नहीं रहेगा। वैसे तो आपको कोशिश करनी चाहिए कि जीवनसाथी के साथ हो रहे मतभेद को नियंत्रण में रखें। इसके लिए आपको अपने शब्दों पर नियंत्रण रखना होगा। यदि आपको अपने जीवनसाथी द्वारा कही गई कोई बात पसंद न आए, तो ऐसी स्थिति में आपको चाहिए कि उनकी बात को नजरंदाज करें। जीवनसाथी के साथ किसी भी तरह की बहस का हिस्सा न बनें। ऐसा करके आप अपने बिखरे संबंध को संभालने में सफल हो सकेंगे। अगर आपने ऐसा नहीं किया, तो स्थिति ठीक इसके उलट हो सकती है। यही नहीं, आपके अपने भाई-बहनों के साथ भी रिश्ते बिगड़ सकते हैं। आप ऐसी किसी भी विपरीत स्थिति से सावधान रहें और अपने सभी प्रियजनों के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाने की कोशिश करें। ऐसा न किए जाने पर आपको बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। खासकर भावनात्मक रूप से आप खुद को अकेला महसूस कर सकते हैं।
आपके करियर की बात करें, तो वहां भी आपको कुछ खास सफलता मिलने की संभावना कम बन रही है। आपको कार्यालय में खुद को साबित करने के लिए अत्यंत प्रयास करते होंगे। एक ही काम के पीछे बार-बार मेहनत करनी होगी। इसके बाद जाकर आप वहां तक पहुंच सकेंगे, जिस पद की आप कल्पना करते हैं। लेकिन आपको स्पष्ट कर दें कि यह आसान नहीं होने वाला है। कार्यालय में स्थिति सही नहीं रहेगी, इस वजह से मन बेचौन रहेगा। इसका असर आपकी वित्तीय स्थिति पर भी पड़ेगा।
अगर पहले से आपके पास कुछ सेविंग्स हैं, तो इस समयावधि में उनके खर्च होने की आशंका बढ़ रही है। आप कोशिश करें कि फिजूल के खर्च न करें और न ही किसी और के बहकावे में आएं। इसका नकारात्मक असर आपकी ही व्यक्तित्व पर पड़ेगा। इसके अलावा इस समय का योग बता रहा है कि आपको अपने मूल निवास से किसी कारणवश दूर जाना पड़ सकता है। इसका परिणाम अच्छा होगा या बुरा, यह बात आपको जाकर ही पता चलेगा।
उपाय –
– 43 दिनों तक लगातार मंदिर में नंगे पैर जाएं। आपको इसके सकारात्मक फल प्राप्त होंगे।
– प्रतिदिन माथे पर दही या दूध का तिलक लगाएं।