जब भी कोई ग्रह गोचर करता है तो उसका सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है. इस गोचर से कुछ राशियों की किस्मत संवर जाती है तो कुछ लोग निराशा और दरिद्रता के भंवर में फंस जाते हैं. इस साल 23 अप्रैल को ऐसा ही एक बड़ा गुरू चांडाल योग बनने जा रहा है. इस दिन देव गुरू बृहस्पति मेष राशि में प्रवेश करेंगे. महाक्रोधी राहु ग्रह इस राशि में पहले से ही विराजमान हैं और वह 30 अक्टूबर तक इस राशि में बना रहेगा.
इसका अर्थ ये हुआ कि गुरू और राहु अगले 6 महीने तक एक ही राशि में साथ बने रहेंगे. उनकी इस युति से गुरु चांडाल योग (Guru Chandal Yog 2023) का निर्माण होने जा रहा है. जिन लोगों की कुंडली में यह योग बनेगा, उनके लिए आने वाला वक्त काफी मुश्किलों भरा होने जा रहा है. नकारात्मकता बढ़ने लगती है. ज्योतिषविदों के मुताबिक इस गुरू चांडाल योग से प्रभावित होने वाले जातकों के जीवन में नकारात्मकता का संचार होगा. सामाजिक और रचनात्मक कार्यों के बजाय वे आपराधिक कार्यों की ओर उन्मुख होने लगेंगे. वे किसी भी परिचित की सलाह को नहीं मानेंगे और जीवन में बड़ा नुकसान उठाएंगे.
अगर कालपुरुष कुंडली की मानें तो इस गुरू चांडाल योग (Guru Chandal Yog 2023) का असर वैश्विक स्तर पर भी दिख सकता है. इस चांडाल योग के प्रभाव से कई देशों में सिविल वार छिड़ सकता है, जिससे दुनिया में महंगाई का स्तर और बढ़ जाएगा. कई जगहों पर आतंकी घटनाएं हो सकती हैं. यूरोपीय देशों को इस साल कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. भारत में भी विशेष सोच वाला लोगों का एक समूह उपद्रव की स्थिति बना सकता है, जिससे सरकार की परेशानी बढ़ेगी.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार कुछ विशेष उपाय करके गुरू-चांडाल योग (Guru Chandal Yog 2023) के दुष्प्रभावों को टाला जा सकता है. इसके लिए रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करके बजरंग बली से गुरु चांडाल योग से मुक्ति की प्रार्थना करनी होगी. माथे पर रोजाना पीले चंदन का तिलक लगाएं और सहस्नाम का जाप करें. घर में दोष निवारण पूजा करवाएं और केले के पेड़ पर रोजाना जल अर्पित करें. इस गुरू चांडाल योग से मुक्ति के लिए हर गुरुवार को भगवान विष्णु की तहेदिल से पूजा करें ।