आपने भी यह महसूस किया होगा कि कई बार सपनों को देखने में हमारा नियंत्रण नहीं होता है। मगर, कुछ उपाय आप कर सकते हैं।
मल्टीमीडिया डेस्क। सोते समय हर इंसान को सपने जरूर आते हैं। विज्ञान कहता है कि व्यक्ति दिन में जो देखता सुनता या अनुभव करता है, सोते वक्त दिमाग उन सूचनाओं का विश्लेषण करता है। कुछ बातों को वह भविष्य के अनुभव के लिए सहेज लेता है और बाकी बातें याददाश्त से लुप्त हो जाती हैं। वहीं, एक तर्क यह भी दिया जाता है कि व्यक्ति जो काम वास्तविक जीवन में नहीं कर पाता है, सपनों के जरिये उन्हें करके संतुष्टि पाने की कोशिश करता है।
मगर, वास्तव में आपने भी यह महसूस किया होगा कि कई बार सपनों को देखने में हमारा नियंत्रण नहीं होता है। भूत, प्रेत, मरने, नदी, तालाब के सपने दिखाई देते हैं। रात बुरे सपने आने पर कई बार लोग इतना डर जाते हैं कि उनकी नींद बीच में ही टूट जाती है। वास्तुशास्त्र में इन बुरे और डरावने सपने से बचने के लिए कई उपाय बताए गए है, जिनसे आप इनसे बच सकते हैं।
रावने सपनों से बचने के लिए सोने से पहले अपने हाथ-पैर धोकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे डरावने सपने नहीं आते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपके घर में कोई छोटा बच्चा है, तो उसके बिस्तर के नीचे लोहे की कोई छोटी से चीज जरूर रखें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और बच्चा सोने के दौरान डरता नहीं है।
बेडरूम में पितरों की कोई तस्वीर कभी नहीं लगानी चाहिए। अगर आप बेडरूम में ऐसी तस्वीर लगाते हैं, तो आप घर में नकारात्मक शक्तियों को न्योता देते हैं।
कभी भी अंधेरे कमरे में नही सोना चाहिए। कमरे में कोई न कोई धीमी रोशनी जलती रहनी चाहिए। ऐसा करने से बुरे सपने नही आते हैं। रात को बाल बांधकर सोना चाहिए। रात को बाल खुले रखकर सोने से भी बुरे सपने आते हैं।
गंदे या अव्यवस्थित बिस्तरे पर सोने से भी डर और बुरे सपने आते हैं। पलंग के आस-पास और नीचे जूते-चप्पल रखने से भी बुरे सपने आते हैं।
जिन व्यक्तियों को भूत के सपने या अन्य कोई भयानक सपने दिखाई देते हैं। उन्हें अपने बेडरूम में सोने से पहले तिल के तेल का दीपक लगाना चाहिए। इस दीपक की रोशनी और धुएं से कमरे की सभी नकारात्मक ऊर्जा निष्क्रीय हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है। साथ ही यदि बेडरूम में कोई वास्तुदोष होगा तो उसका प्रभाव भी कम हो जाएगा।