Weight Loss Tips: आजकल के समय में भागदौड़ और खराब जीवनशैली की वजह से जिस समस्या ने लोगों को सबसे ज्यादा परेशान किया है वो है बढ़ता वजन और मोटापा। आज के समय में लोग सबसे ज्यादा बढ़ते हुए मोटापे को लेकर चिंतित हैं। वहीं मोटापा बढ़ने के कारण कई गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में लोग अपने बढ़ते हुए पेट और चर्बी को कम करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। यहां तक कि जिम, एक्सरसाइज और डॉक्टरी इलाज से लेकर हर संभव उपाय आजमा रहे हैं, लेकिन कई बार ये तरीके काम नहीं करते या फिर कुछ लोग जिम या डॉक्टरी इलाज नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में आप ज्योतिष की मदद ले सकते हैं। ज्योतिष में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं, जिनकी मदद से आसानी से वजन कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं वजन कम करने के ज्योतिष उपायों के बारे में…
वजन घटाने के लिए करें इस ग्रह को मजबूत
ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति ग्रह हमारे शरीर में वसा को नियंत्रित करने का काम करता है। मान्यता है कि जब गुरु ग्रह पर कोई समस्या आती है, तो व्यक्ति को शारीरिक तौर पर कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्वस्थ जीवन के लिए कुंडली में गुरू ग्रह का मजबूत होना बेहद जरूरी है।
वजन कम करने के लिए नियमित रूप से गुरु यंत्र की पूजा करें। ऐसा करने से लाभ होता है। इसके अलावा बृहस्पति को मजबूत करने के लिए पीले या सफेद पुखराज को सोने की अंगूठी में बनवाकर धारण करने से लाभ होता है और वजन भी कम होता है।
जन्म से मोटे हों तो
कहा जाता है कि चंद्रमा के मजबूत होने पर बच्चा जन्म से गोलमटोल होता है। हालांकि ज्यादातर मामलों में आगे चलकर बच्चे दुबले हो जाते हैं। वहीं यदि बड़े होने के बाद भी बच्चे का मोटापा कम नहीं हो रहा तो बच्चे को हफ्ते में दो बार पंचामृत पिलाना चाहिए। इसके अलावा बच्चे को रोजाना तांबे के बर्तन में पानी पिलाना चाहिए।
9 से 30 साल की उम्र में मोटापा बढ़े तो
9 से 30 साल की उम्र में मोटापा बढ़ने की सबसे बड़ी वजह राहु और बृहस्पति ग्रह हो सकते हैं। बृहस्पति के कारण भोजन के लिए लालच बढ़ जाता है और राहु के कारण व्यक्ति को उल्टा-सीधा खाने की आदत होती है। इसी वजह से मोटापा तेजी से बढ़ने लगता है। ऐसे में इन ग्रहों को सही करने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए।
शादी के बाद अचानक से मोटापा बढ़े तो
यदि शादी के बाद मोटापा बढ़ गया हो तो इसका कारण चंद्रमा, शुक्र और बृहस्पति हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार ऐसा कर्क, वृश्चिक, मीन, वृष, कन्या और मकर राशि वालों के साथ ज्यादा होता है। ऐसे में शादी के बाद हीरा और पुखराज सोच-समझकर पहनें। रोजाना सुबह सूर्य को रोली मिलाकर जल अर्पित करें।