बच्चों की नई लगता पढ़ाई में तो करें ये उपाय
शिक्षा हमारे जीवन को एक सकारात्मक दिशा की ओर ले जाती है। एक शिक्षित व्यक्ति सभ्य व सुन्दर समाज का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाता है और जब सभ्य व सुन्दर समाज का निर्माण होता है तो उस समाज में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति सुख-स्मृद्धि व शान्ति पूर्वक जीवन व्यतीत करता है।
प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चों की पढाई को लेकर काफी चिन्तित रहते है। अपनी क्षमता के अनुसार अपने बच्चों को अच्छे विद्यालय में शिक्षा दिलाते है और हर सम्भव संसाधन भी मुहैया कराते है। फिर भी जब उनका बालक/बालिका पढ़ाई में रूचि नहीं लेता है तो अपार कष्ट व चिन्ता होती है।
क्या करें, कैसे करें ? जो हमारा बच्चा पढ़ाई में मन लगाने लगे।
यदि आपका बच्चा पढ़ाई में रूचि नहीं लेता है तो उसे नियमित रूप से उसे हनुमान चालीसा का पाठ कराना प्रारम्भ करें। यदि बच्चा पढ़ता है किन्तु उसे स्मरण नही हो रहा है।
वह शीघ्र ही पढ़ी हुयी चीजों को भूल जाता है तो उसे दूध के साथ शंखपुष्पी का सेंवन करायें। निम्न मन्त्र ” ऊॅ तत्व निरंजनाय तारकरायमाय नमः” इस मन्त्र की कम से 1 माला का जाप करना होगा।
जो बच्चे पढ़ाई से जी चुराते है, उन्हें दूध में मिश्री मिलाकर देना चाहिए एंव उनकी पुस्तकों में 11 इमली की पत्ती अभिमन्त्रित करके रख देना चाहिए।
यदि आपकी सन्तान तेज दिमाग वाली है किन्तु पढ़ने के मामलें में आलसी है तो उसे साढ़े सात रत्ती का इटैलियन मूॅगा चाॅदी के लाकेट में बनवाकर मंगलवार को गले में पहनाएं।
यदि आपका बच्चा बहुत जिद्दी और शरारती है तो भैरव यन्त्र या फिर साढ़े सात रत्ती का साउथ सी का मोती चाॅदी के लाकेट में बनवाकर सोमवार के दिन पहनाएं।