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जड़ी-बूटियों को निमंत्रण देने की विधि
टोटकों में प्रयोग करने वाली जड़ी-बूटी जिस दिन लाना हो उसके एक दिन पहले ’’ब्रम्हा मुहूर्त’’ (प्रातः काल 4 बजे) में उस जड़ी-बूटी के पास जाएं। साथ में गंगाजल, पान पत्ता, चन्दन, चावल, बिल्वपत्र, पुष्प, मौली, सिन्दूर, पीले सरसों, सिन्दूर, एक या दो रूप्ये का सिक्का, अगरबत्ती, रूई, देशी घी दीपक और एक लोटा जल, सुपारी, कम्बल का आसन ले जाएँ।
जिस जड़ी या बूटी को लाना है उसके समीप पहुॅचे। गंगाजल उस बूटी पर छिड़ककर उसके समीप सभी सामग्री रखें । तत्पश्चात् कर जोड़ कर नीचे लिखित मंत्र का उच्चारण कर उस वनस्पति (जड़ी या बूटी) को प्रणाम करें।