प्रथम भाव में बुध से जातक पन्ना धारण करने पर क्या लाभ देगा नीचे दिया गया है-
1.मेष लग्न – इस कुण्डली में बुध तृतीयेश-षष्ठेश होकर लग्न में स्थित होगा। पन्ना धारण करके जातक अपनी बोल वाणी से लोगों को प्रभावित करके लाभ उठा सकता है।
2.वृष लग्न – बुध द्वितीयेश-पंचमेश बनता है। लग्न में इसकी स्थिति जातक को उंची विद्या दिलाती है। धन की कमी नहीं रहती है। सन्तान सुख मिलता है। पन्ना धारण करने से हर कार्य में सफलता मिलती है।
3.मिथुन लग्न – बुध लग्नेश-चतुर्थेश होकर लग्न में स्थित होगा । पन्ना धारण करने से जातक की शक्ति और प्रभाव बढे़गा। मकान,वाहन,भाई बन्धुओं का सुख रहेगा। काम काज भी अच्छा रहेगा। बिजनेस भी बढे़गा।
4.कर्क लग्न – बुध तृतीयेश-द्वादशेश होकर लग्न में स्थित होगा।पन्ना धारण करना अधिक लाभदायक रहेगा।
5.सिंह लग्न – बुध लााभेश-द्वितीयेश बनता है। पन्ना धारण करने से धन लाभ में वृद्धि होगी। सभी तरफ से सहयोग रहेगा।
6.कन्या लग्न – बुध लग्नेश-दशमेश बनता है। पन्ना धारण करने से कामकाज में वृद्धि होगी,नौकरी में पदोन्नति प्राप्त होगी। हर कार्य में सफलता मिलेगी।
7.तुला लग्न – बुध भाग्येश-द्वादशेश बनता है। लग्न में इसकी स्थिति होने पर पन्ना धारण करने से विदेश यात्रा का सौभाग्य प्राप्त होगा; भाग्य में वृद्धि होगी।
8.वृश्चिक लग्न – बुध अष्टमेश-लाभेश बनता है। पन्ना धारण करने पर धन लाभ में वृद्धि होगी विरासत में भी धन लाभ होने की सम्भावना बनेगी।मित्रों से सहयोग मिलेगा।
9.धनु लग्न – बुध सप्तमेश-दशमेश बनता है। पन्ना धारण करने से पत्नी सुख में वृद्धि होगी तथा कारोबार में उन्नति होगी।
10. मकर लग्न – बुध षष्ठेशे-भाग्येश होकर लग्न में स्थित होगा। पन्ना धारण करने से दूर देश की यात्रा करने का लाभ प्राप्त होगा,भाग्य में वृद्धि होगी।
11.कुम्भ लग्न – बुध पंचमेश-अष्टमेश होकर लग्न में स्थित होगा। पन्ना धारण करने से सन्तान सुख में वृद्धि होती है।
12.मीन लग्न – बुध चतुर्थेश-सप्तमेश बनकर लग्न में स्थित होगा। बुध अपनी नीच राशि में होगा,अतः पन्ना धारण करने से शुभ-अशुभ मिश्रित फल प्राप्त होंगे।