Astrology

रोगों से लडने की शक्ति का

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सूर्य कुण्डली में आरोग्य शक्ति व पिता के कारक ग्रह होते है, जब जन्म कुण्डली में सूर्य के दुष्प्रभाव प्राप्त हो रहे हों या फिर सूर्य राहू-केतू से पीडित हों तो सूर्य से संम्बधित उपाय करना लाभकारी रहता है….इन उपायों से रोगों से लडने की शक्ति का विकास होता है….विशेष कर ये उपाय सूर्य गोचर में जब शुभ फल न दे रहा हों तो इनमें से कोई भी उपाय किया जा सकता है …सूर्य के उपाय करने पर अन्य अनिष्टों से बचाव करने के साथ-साथ व्यक्ति में रोगों इसके अलावा जब सूर्य गोचर में छठे घर के स्वामी या सांतवें घर के स्वामी पर अपनी दृ्ष्टी डाल उसे पीडित कर रहा हों तब भी इनके उपाय करने से व्यक्ति के कष्टों में कमी होती है…..इस उपाय को करने के लिये प्रात उठ कर नित्यकर्म करने के बाद स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित किया जाता है इसके बाद सूर्य से संबन्धित वस्तुओं का दान जप होम मन्त्र धारण व सूर्य की वस्तुओं से जल स्नान करना भी सूर्य के उपायों में आता है सूर्य के उपायों में मन्त्र जाप भी किया जा सकता है…. सूर्य के मन्त्रों में ऊँ घृ्णि सूर्य आदित्य मन्त्र का जाप किया जा सकता है…. इस मन्त्र का जाप प्रतिदिन भी किया जा सकता है तथा प्रत्येक रविवार के दिन यह जाप करना विशेष रुप से शुभ फल देता है…..