राशि रत्न जीवन की सभी घटनाओं को संचालित करने का कार्य करते हैं। जिस प्रकार हमारा जीवन ग्रहों के द्वारा चलता हैं ठीक उसी प्रकार ग्रहों से मिलने वाले फलों को रत्नों के द्वारा बेहतर किया जा सकता हैं। कौन सा रत्न हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा। इसका निर्धारण करना सरल कार्य नहीं हैं।
रत्न धारण से अनेक लाभ
रत्न अनुकूल हों तो व्यक्ति का जीवन रातोंरात बदल जाता हैं। ऐसे अनेक उदाहरण प्रतिदिन सुनने में आते हैं कि ज्योतिष उपाय के रुप में रत्न धारण करने पर अमुक व्यक्ति का जीवन बदल गया। उदाहरण के लिए फिल्म जगत के जाने माने सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने जब से नीलम रत्न धारण किया हैं, तब से सफलता उनके कदम चूमने लगी हैं। राजनेता हों या फिल्म स्टार सभी पर रत्नों का जादू चलता हैं। सभी रत्न ज्योतिष शीघ्र फल देने वाले नहीं होते हैं, कुछ रत्न कोई विपरीत प्रभाव नहीं देते हैं, जिन्हें कोई भी धारण कर सकता हैं। परन्तु कुछ रत्न धारण करते ही फल देना शुरु कर देते हैं। जो रत्न शीघ्र फलदेते हैं उन रत्नों का चयन योग्य ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए। सही रत्न का चयन करना लंबी और जटिल प्रक्रिया हैं। इसका सही ढ़ंग से उपयोग आपके जीवन में निश्चित रुप से बदलाव कर सकता हैं। आज हम अपने इस आलेख में कुछ इसी प्रकार के रत्नों की जानकारी दे रहें हैं, जिन्हें धारण कर आप अपने भाग्य को जगा सकते हैं-
चमत्कारी रत्न नीलम
सभी रत्नों में सबसे जल्द फल नीलम देता हैं। नीलन रत्न अत्यंत प्रभावशाली रत्नों की श्रेणी में आता हैं। जिस व्यक्ति के लिए यह रत्न शुभ हो जाएं उस व्यक्ति का जीवन बदलते देर नहीं लगती। शनि ग्रह का रत्न होने के कारण नीलम रत्न मेहनत और ईमानदार व्यक्तियों को उनके शुभ कर्मों का फल देने का कार्य करता हैं। शनि ग्रह की सभी विशेषताएं इस रत्न में विद्यमान होती हैं। यह सत्य हैं कि नीलम रंक को राजा और राजा को रंक बना सकता हैं। अपने कार्यों के प्रति निष्ठावान बने रहना और कार्य करते समय लग्न में किसी प्रकार की कोई कमी न करने पर शनि ग्रह शुभफल देने लगते हैं। जिन व्यक्तियों के लिए शनि ग्रह शुभ होता हैं उन व्यक्तियों के लिए नीलम किसी चमत्कार से कम नहीं होता हैं।
धन और मान का कारक पुखराज रत्न
जीवन में धन, मान-सम्मान और संतान की कामना किस व्यक्ति को नहीं होती। गुरु रत्न पुखराज धारण करने पर व्यक्ति को इन सभी सुखों की प्राप्ति स्वत: हो जाती हैं। पुखराज रत्न बहुत जल्द फल तो नहीं देता, फिर भी पुखराज रत्न अपने धारक की मनोकामनाएं अवश्य पूरी करता हैं। इस रत्न को धारण करने से एक ओर लाभ हैं कि इस रत्न को कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता हैं। सामान्यत: इस रत्न के विपरीत परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं। फिर भी विशेष शुभ फल पाने के लिए जन्मपत्री में गुरु ग्रह की स्थिति और स्वामित्व का विचार अवश्य कर लेना चाहिए।
हीरा हैं सदा के लिए
भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति की कामना हों तो व्यक्ति को शुक्र रत्न हीरा धारण करना चाहिए। संगीत, कला और अभिनय से जुड़े व्यक्तियों को इस रत्न को विशेष रुप से धारण करना चाहिए। यह रत्न न केवल सौंदर्य एवं प्रेम का प्रतीक हैं बल्कि इसे धारण करने पर व्यक्ति की आकर्षण शक्ति में भी वृद्धि होती हैं। यह रत्न अत्यंत चमकारी रत्नों की श्रेणी में आता हैं। हीरा रत्न प्रेम विषयों में सफलता की चाह रखए वाले व्यक्तियों को भी धारण करना चाहिए। इसके अतिरिक्त यह रत्न अपनी आभा से अपने धारक के जीवन में चमत्कारिक रुप से परिवर्तन करता हैं।
बाधाओं को दूर करेगा गोमेद
नवग्रहों में राहु ग्रह को छाया ग्रह के रुप में स्वीकार किया गया हैं। इसे पाप ग्रह भी कहा जाता हैं। राहु आधुनिक पद्वतियों को स्वीकार करने वाला ग्रह हैं। जन्मकुंडली के जिस भाव में राहु स्थित हों उस भाव की शुभता पाने के लिए राहु रत्न गोमेद को धारण करना चाहिए। कार्यक्षेत्र की बाधाओं को दूर करने में गोमेद रत्न विशेष रुप से धारण किया जाता हैं। जिन व्यक्तियों की प्रगति का मार्ग बाधित हो रहा हों उन व्यक्तियों को गोमेद रत्न अवश्य धारण करना चाहिए। उन्नति का मार्ग बाधारहित हो तो भाग्य भी साथ देता हैं और जीवन में सफलता प्राप्ति सहज हो जाती हैं।
लहसुनिया रत्न लाभकारी
राहु के अतिरिक्त दूसरा रहस्यमयी ग्रह केतु हैं। लहसुनिया रत्न धारण करने से कार्यों में सफलता जल्द मिलती हैं। धन का आगमन बाधारहित होने लगता हैं। पराविद्याओं से व्यक्ति को लाभ मिलता है। लहसुनिया रत्न जादू टोने और अन्य विद्याओं में योग्यता और सफलता देता हैं। लगी आज सावन की फिर वो झड़ी हैं। लहसुनिया रत्न दु:ख, दरिद्रता, रोग और ऊपरी बाधा से मुक्ति देता हैं।