सूर्य ग्रहण के पहले यानि आज 18 जून को रात 08 बजे मंगल का मीन राशि में गोचर, जाने आपकी राशि पर मंगल ग्रह के गोचर का क्या असर पड़ेगा
उग्र ग्रह कहे जाने वाले और ग्रहों में सेनानायक का दर्जा प्राप्त मंगल ग्रह, कुंभ राशि से मीन राशि में 18 जून, 2020 गुरुवार को रात 20:12 बजे, गोचर करेगा और 16 अगस्त को रात 20:39 बजे, तक इसी राशि में रहेगा। मीन राशि जल तत्व की राशि है और यह बृहस्पति द्वारा शासित है, बृहस्पति और मंगल आपस में मित्र हैं। मीन राशि अंतर्ज्ञान, भावनाओं और करुणा का प्रतिध्वनित करती है वहीं मंगल ग्रह कार्य, साहस और इच्छा शक्ति को दर्शाता है।
जल तत्व की राशि में अग्नि तत्व प्रधान ग्रह मंगल के गोचर से भावनाओं पर प्रभाव पड़ सकता है। यदि भावनाओं पर नियंत्रण किया गया तो इससे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। मंगल ग्रह के गोचर का असर सभी राशि के लोगों पर पड़ेगा। अपने इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आपकी राशि पर मंगल ग्रह के गोचर का क्या असर पड़ेगा।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है।
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए, मंगल पहले और अष्टम घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके द्वादश भाव में गोचर करने जा रहा है, जिसे नुकसान, व्यय, अभूतपूर्व स्थितियों और विदेश यात्रा का घर माना जाता है। यह गोचर कुछ अनावश्यक व्यय लाने वाला है और आप कुछ समस्यात्मक स्थितियों के बीच खुद को पा सकते हैं, यह अवांछित तनाव और चिंता लाने वाला है, इसके साथ ही स्वास्थ्य को लेकर भी आपमें डर की भावना होगी। मेष राशि के जातक होने के कारण, आप स्वतंत्र और मुखर हैं, लेकिन इस गोचर के दौरान आप खुद को प्रतिबंधित या परिस्थितियों से बंधा हुआ पाएंगे। जिसके परिणामस्वरूप निराशा और बेचैनी आपको हो सकती है। यह गोचर आपको बीच में ही काम छोड़ने के लिए प्रेरित कर सकता है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि आप धैर्य रखें और काम पर ध्यान दें। समय के साथ परिस्थितियां सुधरेंगी। हालाँकि, अगर आप किसी विदेशी संगठन से जुड़े हैं या वहां काम कर रहे हैं, तो आपको मंगल के इस गोचर के दौरान लाभ मिल सकते हैं। निजी जीवन में अहम का टकराव रिश्तों में ख़राबियों पैदा कर सकता है। इसलिए, आपको सलाह दी जाती है कि चीजों को थोड़ा आसान रखें और अपने साथी के साथ स्पष्टता के साथ संवाद करें। चलने, दौड़ने, जॉगिंग आदि जैसी शारीरिक गतिविधियों को करने की आपको सलाह दी जाती है।
उपाय- हनुमान चालीसा का जाप करना और हनुमान जी को हर मंगलवार को प्रसाद चढ़ाना आपके लिये शुभ रहेगा।
वृषभ
मंगल राशि के जातक जिसे मान-सम्मान, प्रशंसा और पुरस्कार का इंतजार कर रहे थे वो उन्हें मंगल के इस गोचर के दौरान मिल सकता है। मंगल इस समय आपके एकादश भाव में विराजमान है जोकि लाभ और सफलता का घर कहा जाता है।
व्यावसायिक रूप से, आप अपनी योजनाओं को दक्षतापूर्वक आगे बढ़ा पाएंगे जिससे उच्च प्रबंधन के सामने आप अच्छा स्थान बना पाएंगे। आप अपने सपनों और आकांक्षाओं को साकार करने के लिए प्रयास करने से पीछे नहीं हटेंगे। लेकिन कई बार आप बातचीत में कठोर हो सकते हैं जिससे अनायास ही लोगों को ठेस पहुंचा सकते हैं। मंगल आपके जीवनसाथी और रिश्तों के सातवें घर को नियंत्रित करता है, यह दर्शाता है कि आपको इस गोचर के दौरान जीवनसाथी से लाभ मिलने वाला है। हालांकि, आपके विचारों और बुद्धि के पांचवें घर पर मंगल की दृष्टि कभी-कभी आपको आक्रामक और जल्दबाज बना सकती है, जिस वजह से व्यक्तिगत जीवन में कुछ मनमुटाव हो सकते हैं। तो इस गोचर में शांत और सही मानसिकता बनाये रखना आपके लिये अच्छा रहेगा।
उपाय- शुक्रवार के दिन जरुरतमंद लोगों को सफेद वस्तुएं जैसे- आटा, चीनी, चावल आदि दान करना आपके लिये लाभदायक रहेगा।
मिथुन
मिथुन राशि वालों के जातकों के लिये मंगल दशम भाव में गोचर करेगा। दशम भाव करियर और प्रोफेशन का भाव कहलाता है। इस भाव में मंगल दिग बली अवस्था में होता है। अपने सभी प्रयासों में सफल होने के लिये आपके पास इस दौरान अधिक दृढ़ संकल्प होगा और एक योद्धा का दृष्टिकोण होगा। मंगल आपके महत्वाकांक्षाओं के एकादश भाव और इच्छाओं, सफलता, प्रतियोगिताओं के छठे भाव को नियंत्रित करता है। इससे पता चलता है कि आप इस गोचर के दौरान वांछित दिशा में अपने प्रयासों को ले जा सकते हैं है। सेना, पुलिस आदि जैसे व्यवसायों में काम करने वाले जातकों को प्रशंसा और सराहना प्राप्त होगी। व्यावसायिक रूप से यह समय भविष्य के बारे में रणनीति बनाने के लिए बहुत अच्छा रहेगा, क्योंकि अपने कार्यों को आगे बढ़ाने की बेहतर स्थिति में रहेंगे। जैसा कि, छठा घर भी नौकरियों से संबंधित है और आपके इस घर पर भी मंगल का ही स्वामित्व है इससे पता चलता है कि जो जातक नई नौकरियों की तलाश में हैं वो मनपसंद नौकरी पा सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिये भी यह समय अच्छा है इस समय उन्हें इस क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। मंगल एक उग्र ग्रह है जिसके चलते आपके अंदर एक ऐसी प्रवृति आएगी की आप स्थितियों को कंट्रोल करने की कोशिश करेंगे और इसके चलते आप परेशान और चिंतित हो सकते हैं। यह आगे चलकर आक्रामकता का कारण बन सकता है, और इससे आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों में ही नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। आपको शारीरिक कार्यों को करने जैसे- योग, व्यायाम आदि को करने की सलाह दी जाती है ऐसा करके आप सही दिशा में अपनी ऊर्जा को लगा सकते हैं।
उपाय- मंगलवार के दिन उपवास रखना आपके लिये शुभ रहेगा।
कर्क
मंगल का गोचर आपके भाग्य, आध्यात्म और उच्च शिक्षा के नवम भाव में होगा। व्यावसायिक रूप से, यह गोचर उन जातकों के लिए बहुत फलदायी होने जा रहा है जो लंबे समय से नौकरी में बदलाव की तलाश में थे और उन्हें कोई सफलता नहीं मिल रही थी। मंगल का यह गोचर आपको नए अवसर प्रदान करेगा। जो छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं उनके जीवन में आ रही रुकावटें और परेशानियां भी इस दौरान दूर हो जाएंगी। मंगल ग्रह प्रजनन क्षमता से संबंधित ग्रह है और आपके लिये संतान के पांचवे भाव का स्वामी है इसलिये संतान पक्ष से इस दौरान आपको शुभ समाचार मिल सकते हैं। पंचम भाव रोमांस का भाव भी होता है इसलिये इस गोचर के दौरान आपके जीवन में नयी ऊर्जा आ सकती है। इस राशि के जो जातक अभी तक प्यार की तलाश कर रहे थे उन्हें इस दौरान कोई खास मिल सकता है। यदि आप पहले से ही किसी प्रेम संबंध में हैं तो आपके और आपके संगी के बीच सामंजस्य बेहतर रहेगा। आप संगी को खुश करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे जिससे रिश्ता लंबे समय तक अच्छा बना रहेगा। यदि आप इस गोचर के दौरान किसी भी प्रकार की आध्यात्मिक यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो इस योजना को कुछ समय के लिये टाल देना ही बेहतर रहेगा। क्योंकि उग्र ग्रह मंगल आपके नवम भाव में विराजमान है। यह आध्यात्मिक गुरु, शिक्षकों का घर माना जाता है इसलिये इन लोगों के साथ आपके मतभेद हो सकते हैं। इसलिये गुरुजनों से बातचीत करते समय आपको अक्रोश में आने से बचना चाहिये।
उपाय- दाहीने हाथ की अनामिका अंगुली में लाल मूंगा पहनना आपके लिये शुभ रहेगा।
सिंह
सिंह राशि के जो लोग अनुसंधान के क्षेत्र में हैं, उनके लिये यह गोचर बहुत मददगार साबित होगा क्योंकि मंगल अनुसंधान, परिवर्तन के अपने आठवें घर में होगा। आपके कई बदलाव तेज़ी से हो सकते हैं जिन्हें सुखद नहीं कहा जा सकता, खासकर निवास से संबंधित। माता का स्वास्थ्य नाजुक हो सकता है, खासकर यदि आपकी माँ का उच्च रक्तचाप, सिरदर्द आदि रोगों का पिछला इतिहास है तो। व्यावसायिक रूप से, आपको अपनी योजनाओं को निष्पादित करने में अनावश्यक देरी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इस गोचर के दौरान भाग्य आपके पक्ष में नहीं होगा। इस भाव में मंगल की स्थिति यह भी दर्शाती है कि आपको अपने खाने की आदतों में सुधार करना होगा, अन्यथा आपको स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं खासकर पेट से संबंधी। इस गोचर से आपकी बचत और आय पर प्रभाव भी प्रभाव पड़ सकता है जिससे आपकी मानसिक शांति पर भी प्रभाव पड़ेगा। चूंकि मंगल की दृष्टि आपके संचार और परिवार के घर पर है इसलिये बातचीत के दौरान आप कठोर हो सकते हैं जिसके कारण आपको निजी और पेशेवर जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। आपको सलाह दी जाती है कि ऐसा कोई भी काम न करें जिससे कानून का उल्लंघन होता हो, अन्यथा आप खुद को परेशानी में डाल सकते हैं। इस गोचर से निपटने का सबसे सही तरीका है आराम करना, कम झूठ बोलना है और चीजों को प्राप्त करने के लिए जबरदस्ती न करना। इस समय चीजों को साक्षी बनकर देखें इससे सकारात्मकता आएगी। ऐसा करने से आपको इस गोचर के अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
इस गोचर के दौरान आपका अंतर्ज्ञान और अंतर्दृष्टि मजबूत होगी इनका सही इस्तेमाल करके आप मनचाहे फल प्राप्त कर सकते हैं।
उपाय- मंगलवार के दिन उपवास रखना आपके लिये शुभ रहेगा।
कन्या
यह गोचर कन्या राशि के जातकों के लिए मिश्रित और रोचक परिणाम लाने वाला है। मंगल आपकी राशि के तृतीय और अष्टम भाव का स्वामी है और गोचर के दौरान यह आपके सप्तम भाव मेें रहेगा। इस भाव को जीवनसाथी और साझेदारी का भाव कहा जाता है, यह इंगित करता है कि व्यक्तिगत रूप से आपका आक्रामक और कठोर व्यवहार रिश्तों में कुछ उतार-चढ़ाव लान सकता है। छोटे-छोटे मामलों को लेकर अपने लवमेट या जीवनसाथी को लेकर आप गंभीर बने रहेंगे, जिससे प्रेम जीवन और संबंधों में कुछ मनमुटाव हो सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि मन में शांति लाने की कोशिश करें और आपका संगी जैसा है उसे वैसे ही स्वीकार करें, ऐसा करके आपको अच्छे फल प्राप्त होंगे। हालांकि, मंगल का यह गोचर आपके भाई-बहनों के लिए कई शुभ परिणाम लाने वाला होगा। आपकी आमदनी की बात की जाए तो यह गोचर बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता इसके कारण आप अपने भविष्य को लेकर थोड़ा नर्वस हो सकते हैं जिसके कारण आपकी सेहत भी खराब हो सकती है। आपको सलाह दी जाती है की अपने नजरिये को लेकर सकारात्मक रहें और वर्तमान समय पर ज्यादा फोकस करें। इससे आपको शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
उपाय- हनुमान अष्टकम का पाठ करना आपके लिये शुभ रहेगा।
तुला
मंगल का गोचर आपके षष्ठम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से प्रतिस्पर्धा और शत्रुओं के बारे में विचार किया जाता है। करने जा रहा है। चूंकि मंगल इस भाव का मुख्य कारक ग्रह है इसलिये यह आपको शुभ परिणाम प्रदान करेगा। इस गोचर के दौरान आप अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे क्योंकि आपमें प्रतिस्पर्धा करने की ऊर्जा अत्यधिक रहेगी। व्यावसायिक रूप से, आप अधिक कार्य उन्मुख होंगे जो लंबित कार्यों को पूरा करने में आपकी सहायता करेगा, जिसके चलते उच्च प्रबंधन के बीच भी आपकी अच्छी पकड़ बनेगी। हालांकि इस दौरान आपको किसी भी तरह के परिवर्तन करने से बचना चाहिये। इस समय आपमें किसी भी तरह की बीमारी से तेजी से उबरने की क्षमता होगी। यदि किसी स्वास्थ्य समस्या से परेशान थे तो वो भी इस दौरान दूर हो सकती है। मंगल की स्थिति आपको लचीलापन और शक्ति प्रदान करने वाली होगी। हालांकि आहार और खाने की आदतों पर नजर रखना आपके लिए सर्वोपरि होना चाहिये इसलिए मसालेदार और जंक फूड खाने से दूर रहें। जैसा कि आपके व्यक्तित्व के पहले घर पर मंगल की सीधी दृष्टि है इसलिये कभी-कभी आपमें लोगों को आनंदित करने की प्रवृत्ति देखी जा सकती है। इस समय आप कुछ ऐसे निर्णय भी ले सकते हैं जो औरों के लिये सही हैं लेकिन आपके लिये नहीं, ऐसा करना आपकी ग्रोथ पर असर पड़ सकता है। व्यक्तिगत संबंधों की बात करें तो आपके साथी का स्वास्थ्य थोड़ा नाजुक रह सकता है जो आपकी चिंता का कारण हो सकता है।
उपाय- मंगलवार के दिन गुड़ का दान करना आपके लिए लाभदायक है।
वृश्चिक
मंगल आपकी राशि का स्वामी है और गोचर के दौरान यह आपके पंचम भाव में प्रवेश करेगा। इस भाव से आपकी बुद्धि, संतान आदि पर विचार किया जाता है। मंगल के पंचम भाव में गोचर के चलते आपको मिलेजुले परिणाम प्राप्त होंगे। पेशेवर रूप से देखा जाए तो यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा विचारों से भरे होंगे और उन्हें लागू करने का भी आपको अच्छा मंच मिलेगा।
हालाँकि, इस गोचर के प्रभाव के कारण आप अपने आप पर अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे और किसी से किसी भी प्रकार की सलाह लेने की दिशा में आगे नहीं बढ़ेंगे, जिसके कारण आप अपनी समस्याओं का रचनात्मक समाधान करने में सक्षम नहीं होंगे। छात्रों की एकाग्रता उत्कृष्ट होगी इससे आपको किसी भी विषय को अधिक तेज़ी से समझने में मदद मिलेगी, जिसके कारण आपके परिणामों में सुधार होगा। निजी तौर पर, हालाँकि आप अपने प्रियजन या अपने जीवनसाथी के बारे में बहुत सुरक्षात्मक होंगे, लेकिन साथ ही साथ आपका रवैया अधिकारात्मक भी रहेगा। आप अपने साथी से बहुत ज्यादा अटेंशन पाना चाहेंगे, यह आपके साथी के लिये दुविधाजनक रह सकता है और उन्हें परेशानी हो सकती है। इसलिए आपको यह सुझाव दिया जाता है कि अपने साथी से प्यार की अपेक्षा करें, वो आप पर ध्यान केंद्रित करके रखें यह विचार मन से निकाल दें। मंगल को उग्र ग्रह भी कहा जाता है और यह आपके संतान भाव में गोचर कर रहा है इसलिये इस दौरान संतान के साथ आपके कुछ मतभेद हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि अपने बच्चों के विचारों पर भी ध्यान दें इससे रिश्ते में आयी दूरी खत्म हो सकती है।
उपाय- मंगलवार के दिन तांबे का दान करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिये मंगल का गोचर उनके चतुर्थ भाव में होगा। इस भाव को सुख भाव भी कहा जाता है और इससे आपकी माता के बारे में भी विचार किया जाता है। यदि लंबे समय से आप कोई प्रॉपर्टी बेचने या नई प्रॉपर्टी खरीदने के बारे में विचार बना रहे थे तो यह गोचर आपके लिये फलदायी साबित होगा आप प्रॉपर्टि खरीद या बेच सकते हैं। यदि आप मार्केटिंग से संबंधित व्यवसायों में हैं या आपकी आमदनी कमीशन से आती है तो इस समय आपको कई अवसर मिल सकते हैं जिनका आपको फायदा उठाना चाहिये। हालाँकि, मंगल का यह गोचर आपकी माँ के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जो आपके लिए चिंता का विषय होगा। यह आपके जीवन के पेशेवर क्षेत्र में कुछ भटकाव पैदा कर सकता है।
जैसा कि मंगल ग्रह एक शुष्क ग्रह है और आपके विवाह के सातवें घर पर इसकी सीधी दृष्टि है, इसलिये यह कभी-कभी आपको भावना शून्य बना सकता है और आपके साथी को महसूस हो सकता है कि आप रिश्ते को लेकर संजीदा नहीं हैं। व्यवसायिक जीवन में भी कुछ दिक्कतों का सामना आपको करना पड़ सकता है, साझेदारी में बिजनेस करते हैं तो साझेदार के साथ कुछ मतभेद पैदा हो सकते हैं। जैसा कि मंगल आपके पंचम भाव यानि संतान भाव का भी स्वामी है इसलिये यदि आप उनकी इच्छा के विरुद्ध उनसे कोई काम करने को कहते हैं तो वो बागी स्वभाव अपना सकते हैं। उनको फोर्स करने की बजाय उनके सामने उदाहरण पेश करें कि चीजों को कैसे सही तरीके से किया जाना चाहिये।
उपाय- भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से आपको शुभ फल मिलेंगे। ASART
मकर
मंगल आपको साहस, वीरता प्रदान करेगा और उन बाधाओं से निपटने की आपको शक्ति देगा जो आपके सामने आती रहती हैं। क्योंकि मंगल का गोचर साहस और पराक्रम के आपके तृतीय भाव में हो रहा है। मंगल ग्रह भाई-बहनों का प्रतिनिधित्व करता है, इस गोचर के दौरान आप अपने भाई-बहनों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिता सकते हैं और यदि किसी तरह का मनमुटाव था तो उसे भी दूर कर सकते हैं। मंगल, जो आपके लाभ और सफलता के घर को नियंत्रित करता है, और आपकी सफलता और प्रयासों के घर में स्थित है। मंगल की यह स्थिति आपको महत्वाकांक्षी बनाएगी और प्रयासों को पूरा करने की आपको क्षमता देगी जिससे सही दिशा में अग्रसर होंगे और सफलता पाएंगे। आप अधिक साहसी बनेंगे और जोखिम लेने की आपकी क्षमता में भी इजाफा होगा। लंबे समय से जो काम अटके थे उन्हें भी आप शुरु कर सकते हैं। हालांकि इस समय आप अत्यधिक आत्मविश्वासी बन सकते हैं और आपकी इच्छाएं भी ज्यादा होंगी। ऐसे में आप एक ही समय में कई काम कर सकते हैं जिससे काम अटक भी सकते हैं और उनमें विषमता भी आ सकती है। ऐसा करने से आपकी मानसिक शांति भी खराब हो सकती है। तृतीय भाव से आपकी योग्यताओं के बारे में भी पता चलता है और यदि आप ऐसे ही किसी व्यवसाय जैसे कि खेलकूद इत्यादि में हैं, तो अपनी प्रतिभा को दिखाने का अच्छा अवसर आपको मिल सकता है। यह गोचर आपको प्रेम संबंधों में कामुक और भावुक बना देगा, जिससे आपके साथी को खुशी प्राप्त होगी। कुल मिलाकर देखा जाए तो मकर राशि के जातकों के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा। इस गोचर काल के दौरान कोई भी फैसला विवेकपूर्ण तरीके से लें।
उपाय- हनुमान चालीसा के पाठ करने से आपको शुभ फल मिलेंगे।
कुंभ
मंगल कुंभ राशि के जातकों के उपचय भाव या कौशलता या कार्य कुशलता के भाव का स्वामी है। इस गोचर दौरान यह आपके द्वितीय भाव जिससे परिवार और धन का विचार किया जाता है में विराजमान होगा। इसके साथ ही मंगल ग्रह आपके करियर के दशवें भाव का भी स्वामी है। यह दर्शाता है कि जितनी कुशलता से आप काम करेंगे, उतनी ही सफलता आपको अपने कार्यस्थल में मिलेगी। आपकी मुख्य ताकत आपका प्रगतिशील दृष्टिकोण है और यह गोचर आपको प्रगति के मार्ग पर चलने के कई अवसर प्रदान करेगा और नई चीजें सीखने का मौका देगा। इसलिये सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ने की कोशिश करते रहें। द्वितीय भाव से आपकी वाणी का भी पता चलता है, मंगल के इस गोचर के दौरान आपकी वाणी में कठोरता देखी जा सकती है जिसके कारण आपको नौकरी और निजी जीवन में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिये मंगल के इस गोचर के दौरान आपको अपने शब्दों पर विशेष ध्यान देना चाहिये। पंचम भाव पर मंगल की दृष्टि होने से प्यार और रिश्तों में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं और संगी या जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकते हैं।
उपाय- मंगलवार के दिन गुड़ का दान करना आपके लिये शुभ है
मीन
मंगल का गोचर मीन राशि के जातकों के लग्न भाव में होगा, मंगल की इस स्थिति के कारण आप भावनात्मक रुप से खुद को कमजोर महसूस कर सकते हैं। इस समय आप छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर भी आप आक्रामक हो सकते हैं जिसके कारण पारिवारिक जीवन के साथ-साथ सामाजिक स्तर पर भी आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।आप इस ग्लानि और पछतावे की भावना से भरे हो सकते हैं क्योंकि आक्रामकता आपकी जन्मजात प्रकृति नहीं है, इस प्रकार आपके स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। पेशेवर रूप से देखा जाए तो मंगल आपके नवम यानि भाग्य भाव का स्वामी है और आपके पहले घर में गोचर कर रहा है, इसके चलते आपको अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के कई नए अवसर प्राप्त होंगे। भाग्य आपके सभी प्रयासों में आपका साथ देने वाला है। यह समय आध्यात्मिक रुप में अपने आपसे जुड़ने के लिये भी बेहतर है, इससे सहज बोध और दया का भाव जागृत होगा जो आपके स्वाभाविक गुण हैं।
उपाय- गुरु मंत्र का जाप करना आपके लिये लाभदायक रहेगा।