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व्यापार मे आ रही रुकावट ? तो अपनाएं ज्योतिष उपाय

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व्यापार मे आ रही दिक्कत तो करें ये उपाय

जब कोई व्यक्ति बीमार होता है, तब वह कितनी भी अच्छी खुराक खाए,वह उसको लगती ही नहीं। ठीक यही स्थिति मकान, दुकान, फैक्टरी, आफिस अथवा अन्य किसी भी व्यवसाय की है। जब कोई आपकी दुकान अथवा व्यवसाय को नजर लगा देता है अथवा बांध देता है, तब चलता हुआ काम भी अचानक ही रुक जाता है।यदि कभी ऐसी स्थिति आ जाए तब समझ लें कि आपका काम धंधा किसी की नजर अथवा जादू-टोने का शिकार हो गया है।

इस अवस्था में तो आप सामान्य पूजा-पाठ के साथ ही दोनों में से किसी एक मंत्र का जप और दो तीन टोटकों का प्रयोग करें। सामान्य रूप से भी इनमें से एकाध टोटका दुकान अथवा कार्यालय में लगा लें, बुरी नजर से आपका व्यवहार बचा रहेगा। इसी प्रकार कोई भी नया व्यापार या उद्योग धंधा प्रारंभ करते समय भी इन टोटकों का प्रयोग अवश्य करें, जिससे भविष्य में कोई बाधा न आए।

शुक्रवार के दिन भुने हुए चने लें और गुड़ में मिलाएं। उनमें बच्चों की खट्टी-मीठी गोलियां भी मिला दें और इस सामग्री को आठ वर्ष तक के बच्चों में बांट दें। रोजगार में वृद्धि होगी।बुधवार के दिन लड्डू खाएं और जो व्यक्ति रोजगार चलाता हो उसके ऊपर से सात बार लड्डू उतारकर रख दें। दूसरे दिन परिवार का कोई व्यक्ति सूरज उगने से पहले जब तारे दिखाई दे रहे हों उठे और उन लड्डुओं को किसी भी सफेद गाय को खिला दें और मुड़कर न देखें।

व्यापार बंध दूर करने की साधना

सामग्री : गुलाल, गोरोचन, छारछबीला और कपूर काचरी।
माला : कोई भी।
समय : दिन या रात्रि का कोई भी समय।
आसन : कोई भी।
दिशा : कोई भी।
जप संख्या : नित्य इक्कीस बार।
अवधि : पांच दिन।
मंत्र :ॐ दक्षिण भैरवाय भूत-प्रेत बंध, तंत्र बंध, निग्रहनी, सर्व शत्रु संहारिणी कार्य सिद्ध कुरु कुरु स्वाहा।

सामग्री की चारों चीजों को बराबर मात्रा में लेकर उन्हें पीस कर मिलाकर मंत्र की इक्कीस बार उच्चारण करते हुए, यह मिला-जुला पाऊडर दुकान के सामने बिखेर देना चाहिए। इस प्रकार पांच दिन प्रयोग करने से व्यापार-बंध दूर हो जाता है।

व्यापार में माल खरीदने जाते समय प्रस्थान से पूर्व 21 रुपये किसी गुप्त स्थान पर रखकर जाएं। यात्रा से वापस आने के पश्चात वे उन रखे हुए 21 रुपये से किसी साधू, फकीर या पंडित को खाना खिला दें या दान दे दें। यात्रा सफल होगी, व्यापार में लाभ होगा।

कपूर और कुमकुम मिलाकर जलाएं तथा दीपावली के दिन उसकी भस्म को कागज में बांधकर एक पुड़िया बना लें। उस पुड़िया को अपने गल्ले में रखें, मान्यता है कि व्यापार पर से अगर नजर दोष है तो नष्ट हो जाता है।

दुकान पर पहला ग्राफ आता है तो उसे कभी भी वापस न जाने दें। चाहे उस समय आप सफाई, पूजा आदि ही क्यों न कर रहे हों। पहले ग्राहक को जरूर कुछ न कुछ सामान दें। भले ही पहला ग्राहक कम लाभ दे लेकिन प्रयास रहे कि उसे खाली हाथ न जाने दें।

आपका कोई स्थाई ग्राहक अगर दूसरी जगह जा रहा हो तो गेंदे का फूल पीसकर माथे पर तिलक लगाकर उस व्यक्ति से बात करें। मान्यता है कि पुराना ग्राहक भी आपसे नहीं टूटेगा। ये तिलक प्रतिदिन भी लगाया जा सकता है।