व्यक्ति को अपने जीवन में बहुत सारे उतार-चढ़ावों से निकलना पड़ता है। कभी खुशी तो कभी गम लाइफ का एक पार्ट है। कई बार दुख का समय इतना लंबा हो जाता है की भटकाव आने लगता है। ज्योतिष विद्वान मानते हैं ये सब नव ग्रहों का शुभ-अशुभ प्रभाव होता है। नवग्रह में से मंगल ग्रह को सबसे तेज और पराक्रमी माना जाता है। यदि उसकी कृपा प्राप्त हो जाए तो आपको हर सुख प्राप्त होने में देर नहीं लगेगी। मंगलवार के दिन हनुमान जी और मंगल से संबंधित यदि अपनी राशि के अनुसार कुछ उपाय कर लिए जाएं तो मंगल भी शांत रहेगा।
मेष- मसूर दाल के पकवान, मिठाई व पताशे चलते पानी में बहाएं और 101 बंदरों को जिमाएं।
वृष- बंदरों को गुड़-चना-केला खिलाएं, मंगल के 7 व्रत रखें। मंदिर में प्रसाद बांटें, लाल फूलों की माला हनुमान जी के मंदिर में चढ़ाएं।
मिथुन- कुत्तों को मीठी तंदूर की रोटी खिलाएं। हनुमान जी को चोला नारियल ध्वजा चढ़ाएं। 101 बंदर-लंगूर जिमाएं। केले, मीठे गुड़ के गुलगुले खिलाएं।
कर्क- घर में कोई भी वस्तु जंग लगी हुई न रखें। दूध वाला हलवा खाएं और दूसरों को भी खिलाएं, भाई की सेवा करें, उसका हिस्सा दें।
सिंह- बड़े भाई की सेवा व अनाथ-असहाय की तन-मन-धन से मदद करें, बंदर व लाल बैल को जिमाएं।
कन्या- चींटियों को त्रिचोली, पक्षियों को भुजिया अथवा बूंदी डालें तथा दिव्यांग भूखों को जिमाएं।
तुला- पैंडुलम घड़ी अपनी बहन से शुभ घड़ी में लें। मंदिर में 21 एकाक्षी श्रीफल व लाल गुलाब की माला बजरंगी को चढ़ाएं।
वृश्चिक- बड़ों को साष्टांग प्रणाम करें, कृष्ण मंत्रों का जाप करें।
धनु- लंगर में मसूर व चने की दाल भेंट करें व श्रम दान करें। बहन-लड़की-साली व भाई की संतान की पालना करें।
मकर- बंसरी बजेगी तो तरक्की बोलेगी। पी.आर.एस. यंत्र धारण करें। सर्वकामना सिद्धि होगी।
कुंभ- नीम का वृक्ष लगाएं। चांदी दबाएं। बंदरों को गुड़-चने केले जिमाएं। बड़े भाई को उपहार दें। शत्रु व रोग निवारण यंत्र धारण करें।
मीन- बंदर, माता, दिव्यांग, साधु की सेवा करें। पितरों के नाम से गंगा स्नान करें। तुलादान करें।