प्राचीनकाल से खेल के प्रति रूझान रहा है, जिसका कारण लोगों को एकजुट रखना तथा शरीर सौष्ठव को कायम रखने से रहा है किंतु वर्तमान काल में खेल से धन शोहरत के साथ अपार लोकप्रियता तथा बड़ी-बड़ी कंपनियों से अनुबंध के साथ धन तथा नौकरी का लाभ भी प्राप्त होता है। खेल में कैरियर बनाने तथा उस खेल से सफलता प्राप्ति हेतु ग्रह, ग्रह संबंध, ग्रह दृष्टि, भावेष से संबंध, ग्रह दषाएॅ आदि के द्वारा खेल में सफल कैरियर तथा सफलता के उपाय आजमाकर धन तथा यष प्राप्त किया जा सकता है। खेल में ताकत तथा साहस का सबसे बड़ा योगदान होता है। साहस का संबंध ज्योतिषीय दृष्टिकोण से मंगल से माना जाता है। मंगल यदि कुुंडली में बलवान होकर पराक्रमभाव या भावेष, कर्मभाव या भावेष से मित्र संबंध बनाता हो, तो जातक साहसी खिलाड़ी बनने की योग्यता रखता है साथ ही अगर लग्न या लग्नेष से संबंध बने तो जातक हष्ट-पुष्ट जुझारू भी होता है। खेल के प्रकार के अनुरूप ग्रह स्थिति अनुकूल होने पर खेल में यष तथा धन की प्राप्ति का योग बनता है। क्रिकेट या हाॅकी जैसे दौड-भाग वाले खेलों में षष्ठेष तथा अष्टमेष बलवान होने के साथ भाग्येष अनुकूल होना आवष्यक होता है वहीं दिमागी खेल शतरंज जैसे खेल में एकाग्रता के साथ बुद्धि की चपलता का होना आवष्यक हेाता है तब लग्न, तृतीयेष, पंचमेष के साथ एकादषेष का उच्च होना जरूरी होता है। यदि खेल से संबंधित ग्रहों का संबंध दषमेष से बने तो उस खेल में नेतृत्व प्राप्ति का संयोग भी बनता है। इस प्रकार खेल में कैरियर की संभावना तलाषने से पूर्व अपनी ग्रह स्थिति और अनुकूल दषाओं का अध्ययन कर उपयुक्त उपाय आजमाने से प्रसिद्धि तथा धन प्राप्त किया जा सकता है। खेल में प्रसिद्धि प्राप्त करने हेतु मंगल का व्रत, दान करने से भी सफलता प्राप्त होता है।
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