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परीक्षा में सफल होने के लिए करें ये उपाय

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परीक्षा में सफल होने के लिए करें ये उपाय

शिक्षा के क्षेत्र में आजकल जिस तरह से कॉम्पीटिशन बढ़ गई है, बच्चे के साथ-साथ उसके माता-पिता भी बहुत परेशान रहने लगे हैं। माता-पिता को यही चिंता लगी रहती है कि बच्चा परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास हो पाएगा या नहीं। या वह क्या करेगा, क्या नहीं। बच्चा भी पढ़ाई के तनाव में रहता है।

परीक्षा में सफल होना न होना जितना मेहनत पर निर्भर करता है, उतना ही इसमें किस्मत भी साथ देती है। इसमें वास्तुशास्त्र का भी बड़ा महत्व होता। आपका बच्चा जिस कमरे में और जिस जगह पर बैठकर पढ़ाई करता है, उसका बहुत महत्व होता है। कुछ छोटी-छोटी बातें हैं जिनका ध्यान रखकर परीक्षा में सफलता के चांस बढ़ाए जा सकते हैं।

कमरे में कॉपी-किताबें हमेशा उनके नियत स्थान, बैग या अलमारी में सलीके से जमाकर रखें। यह जरूर ध्यान रखें कि पढ़ाई की मेज, कुर्सी टूटी हुई न हों। कॉपी-किताबों फटी हुई न हों और उन पर जरा भी धूल न रहे। पढ़ाई के कमरे की लगातार सफाई होते रहना चाहिए। पढ़ने के बाद कोई भी कॉपी-किताब को खुली न रखें। पेन-पेंसिल को भी उनके ढक्कन लगाकर व्यवस्थित कम्पॉस बॉक्स में रखें। जिस टेबल पर बैठकर बच्चा पढ़ाई करता है, उस पर खाना नहीं खाना चाहिए।

भगवान श्रीगणेश, मां सरस्वती या फिर आपके ईष्ट देव का ध्यान करना चाहिए। पढ़ाई शुरू करने से पहले कॉपी-किताबों को अपने मस्तक पर लगाएं और पढ़ाई समाप्त करते समय भी ऐसा ही करें। पढ़ाई करते समय छात्र का मुंह उत्तर या ईशान कोण में होना चाहिए। उसकी टेबल भी इसी तरह लगाएं ताकि उसका मुंह इन दिशाओं में हों। बच्चे को पढ़ाई करते समय जूते-चप्पल, मोजे आदि नहीं पहनना चाहिए।

इमली के ताजे पत्ते गुरुवार को किताबों में रखने से बच्चे की बुद्धि तीव्र होती है। अष्ट सरस्वती यंत्र को चांदी की चेन या काले धागे में गले में पहनने से बुद्धि का विकास होता है। मोर का पंख किताबों में रखने से या बच्चे के स्कूल बैग में रखने से बच्चे को स्कूल-कॉलेज में विशेष सम्मान प्राप्त होता है।

पढ़ाई के कमरा खुला, हवादार हो, उसमें प्राकृतिक रोशनी आने का भरपूर इंतजाम हो। पढ़ाई के कमरे की दीवारों पर हल्का हरा रंग करना चाहिए। पर्दे भी हरे रंग के हों। यह बिलकुल न करें लेटकर या पैर फैलाकर पढ़ाई न करें। पढ़ाई करते-करते कुछ खाना नहीं चाहिए। कॉपी-किताबों पर पैर न लगाएं और न ही पैरों के पास रखें।पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्रा को शारीरिक स्वच्छता रखना चाहिए। फटे कपड़े, बिना धुले कपड़े न पहनें।