करना चाहते है प्रेम विवाह ? तो करें ये अचूक उपाय…
प्रेम विवाह के बारे में हर किसी को उत्सुकता रहती है. आइए जानते हैं कि प्रेम विवाह के लिए क्या योग होते हैं और कैसे होगा प्रेम विवाहप्रेम विवाह हमेशा से ही लोगों की उत्सुकता का विषय रहा है. इसका नाम सुनकर ही अविवाहित लड़का-लड़की के मन मे अनेक खयाल घूमने लगते हैं.शादी के उम्र तक पहुंचा इंसान इसके बारे में सोचता है. कहते हैं प्यार-मोहब्बत की कोई उम्र नहीं होती और ये भी सच है कि आज वक़्त काफी बदल गया है. विचारों की स्वतंतत्रा ने इंसान को काफी आगे पहुंचा दिया है।
आज के दौर पर अधिकतर लोग अपना जीवन-साथी खुद चुनना पसंद करते है. वैसे ये एक अलग बात हो चुकी है कि सफल वैवाहिक जीवन के लिए शादी चाहे लव marriage हो या फिर arrange, इसका ज्यादा प्रभाव नहीं रहता, ना ही शादी की प्रमाणिकता को love या arrange के माध्यम से जाना जा सकता है. दोनों ही बराबर के स्तर पर है. लेकिन फिर भी आज हर इंसान चाहता है कि वो किसी को अपना जीवन साथी बनाने से पहले उसे अच्छे से जान-पहचान ले, आखिरकार सवाल पूरी ज़िंदगी साथ रहने का जो होता है।
प्रेम विवाह के अचूक उपाय
हमारे भारतीय समाज प्रेम विवाह को उतनी स्वतंत्रता के साथ लोग स्वीकार नहीं कर पाते. बात करें पढ़ें-लिखे व वक़्त के साथ बदलती सोच वाले लोगों की तो ऐसे लोगों के लिय प्रेम विवाह अब मुद्दा नहीं रहा. लेकिन आज भी बहुत से मध्यम वर्ग के परिवार में माँ-बाप अपने बेटी-बेटा के लिए खुद ही उसका जीवन-साथी देखते हैं. शादी बनाने के लिए जन्म-कुंडली इत्यादि सब देखा जाता है. पर इन सबके बावजूद भी कहीं-न-कहीं लड़का-लड़की के मन में हज़ार सवाल घूमते हैं. ऐसे मे बहुत से वो भी होते है जो अपनी प्रेम विवाह की सफलता के लिए दुआएं कर रहे होते हैं. तो अगर आप भी उनमें से है जो ये सोचता है कि आखिर क्या उपाय किया जाये की आपकी love marriage कामयाब हो जाये. तो चलिये इस मुद्दे पर हम आपको कुछ उपाय बताते है जिन्हें करने से आपको इसमें सफलता मिलेगी.
आप अपने प्रेमी को लेकर मन मे सही विचार रखते हुए “’ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः’” मंत्र का जाप करें. जाप शुरू करने से पहले भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की मूर्ति या फिर उनकी फोटो अपने सामने रखले और जाप के लिए स्फटिक माला का प्रयोग करें. साथ ही ध्यान रखे शुक्ल पक्ष के गुरुवार को इस मंत्र का जाप शुरू करें ।
ऐसा करने से आप उस इंसान को अपनी ओर आकर्षित कर पाएंगे जिनके साथ प्रेम विवाह करना चाहते है. एक दूसरा मंत्र भी है, जिसका जाप शुरू करने से पहले अपने प्रेमी या प्रेमिका का ध्यान मन में रखते हुए, भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करते हुए इस मंत्र का जाप शुरू करें. जोकि है: “”केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूर्ति: रूद्राणी रूद्र देवता.“” ऐसा करने से प्रेम विवाह में सफलता मिलती है. हर शुक्रवार के दिन आप राधा-कृष्ण की प्रतिमा के सामने बैठकर ऊपर बताए मंत्र का 108 बार जाप करें. तीन माह तक ऐसा करने पर आपको इसका असर दिखने लगेगा व प्रेम-विवाह में आने वाले तमाम परेशानियां दूर होने लगेंगी।
हम सभी ने ये अवश्य ही देखा है कि जो लोग प्रेम विवाह की मनोकामना रखते है, हर यथा संभव कोशिश करते हैं कि उनके परिवार वाले मान जाये या फिर कुंडली मे बने खराब योग को किस प्रकार ठीक किया जा सके. ऊपर हमने आपको कुछ मंत्र भी बताए है, जिसकी मदद से प्रेम विवाह मे सफल होते है. इन सबके अलावा भी अक्सर प्रेमी-प्रेमिकाओं को कई बार हस्तरेखा विद्या का सहारा लेते देखा गया है.
हम आपको बता दे कि वैसे तो इंसान की हथेली पर बहुत सी ही रेखाए नज़र आती है, पर विवाह रेखा सबसे छोटी उंगली जिसको आप little figure कहते हैं- के नीचे वाले भाग मे आड़ी स्थिति मे होती है. छोटी उंगली के नीचे वाले भाग को बुध पर्वत कहते है. वैसे आपकी हथेली मे एक से ज्यादा विवाह रेखा भी हो सकती है और अगर विवाह रेखा स्पष्ट व ललिमा लिए हुए दिख रही है तो उस व्यक्ति का वैवाहिक जीवन अत्यंत सुखमय होता है. आप हाथ की रेखाओं का ज्ञान रखने वाले किसी एक्सपर्ट से मिलकर इस मुद्दे को और अच्छे से समझ सकते है
इसके अलावा आखिर कैसे जन्म कुंडली के मदद से आप जानते है कि प्रेम विवाह का योग बन रहा है या नहीं. तो बता दें कि आपकी कुंडली का पंचम एवं सप्तम भाव प्रेम विवाह में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं. पंचमेश एवं सप्तमेश की युति का पंचम या सप्तम भाव में होना या फिर दोनों का राशि परिवर्तन करना, प्रेम विवाह की संभावना दर्शाता है. इसी तरह, लग्नेश एवं सप्तमेश का स्थान बदलना भी प्रेम विवाह का कारण होता है. आपकी कुंडली अगर ये दिखाती है कि आपके लग्न मे लग्नेश व चन्द्रमा है- तो यही आपका प्रेम विवाह होगा. अगर सप्तम में सप्तमेश व चन्द्रमा होता है तो भी प्रेम विवाह हो सकता है. आप प्रेम विवाह की सफलता के लिए आप कुछ अन्य उपाय भी कर सकत है जैसे की शुक्र देव की पूजा करना न भूले, साथ ही पंचमेश एवं सप्तमेश की भी पूजा करते हुए आप एक पंचमेश रत्न धारण करें.
अगर कहीं आप भी अपने प्रेम-विवाह की सफलता को लेकर असमंजस मे फंसे हैं, तो यकीनन ऊपर बताए गए उपाए व मंत्रों की मदद से आपको समाधान मिलेगा और आप अपने प्रेमी के साथ एक सुनहरी ज़िंदगी जीने के सपने को साकार कर सकेंगे. जी हाँ ये एक ऐसी ज़िंदगी वो एहसास होता है जिसे प्रेमी-प्रेमिकाए हर दिन जीते है. तो उम्मीद करते है, प्रेम-विवाह के मार्ग में आने वाले बाधाओं को दूर कर आप प्रेमी के साथ एक खुशियों भरा जीवन जी सकें.