लाल किताब में वर्णित कालसर्पयोग के टोटके
आजकल लाल किताब के टोटके बहुत प्रचलित हैं। इसलिए पाठकों की ज्ञानवृद्धि व लाभ के लिए इन्हें देना आवश्यक लगता है। सब प्राणी सुखी हों उनको मानसिक परेशानियों से छुटकारा प्राप्त हो इस उद्देश्य से मुझे जो भी प्राप्त हुआ वह दे रहा हूं। लाल किताब में राहु को सांप का सिर व केतु को उसकी दुम माना गया है।
1से 6 भाव में राहु की दुम फल माना जाता है। और केतु के बाद के 7-12 भावों में कुल फल होता है। विपरीत स्थिति में दोनों का फल खराब होता है। जन्म कुण्डली में मंगल शनि इकट्ठे,मंगल 12 वें या चद्रमा चैथे भाव में हो तो राहु का फल शुभ होता है। यदि राहु अशुभ हो तो जातक का दक्षिण दिशा में मुख्य द्वार वाले मकान में निवास करने से धन हानि व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मन की शान्ति के लिए मसूर की दाल लाल रंग प्रातः भंगी को दें या वैसे ही कुछ पैसे चाय आदि के लिए देकर भंगी को खुश रखें।
यदि जातक बामारी से परेशान हो तो अपने वनज के बराबर जौ या कोयला बुधवार को बहते पानी में प्रवाहित करें। या जौ को मरीज के सिरहाने रखकर प्रातःकाल पक्षियों को डालें या गरीबों में बाटें। जौ के स्थान पर बाजारा भी प्रयोग किया जा सकता है। सरकारी कामों में परेशानियों के लिए अपने वनज के बराबर लकड़ी का कोयला चलते पानी में बहाएं।
राहु के साथ सुर्य,शुक्र या मंगल स्थित हो तो पुत्र अर्था्त केतु से सम्बन्धित चीजें,व्यापार,रिश्तेदार को केतु नष्ट कर देगा। केतु अशुभ होने से जातक का स्वास्थ्य खराब हो तो चद्रमा उपाय करने चाहिएं।
यदि लड़के का स्वास्थय खराब हो तो काला व सफेद कम्बल धर्म स्थान पर दान दें। पेशाब में कष्ट हो ता रेशम का धागा या चांदी का छल्ला पावों के अंगूठों में पहनें। जातक को अपने विवाह के समय ससुराल से दो पलंग डबल बैड जरूर लेना चाहिए। उस पर सोयंे तो केतु अशुभ नहीं होता है।
केतू अशुभ हो तथा जन्म कुण्डली में चन्द्रमा व शुक्र इकट्ठे हों तो जातक के बच्चे का शरीर सूखने लगता है। ऐसी स्थिति में गाचनी मिट्टी मुलतानी मिट्टी या नदी-नहर की चिकनी मिट्टी बच्चे केे शरीर पर लगायंे व सुख जाने पर मौसम के अनुसार गर्म या ठंठे पानी से नहलाकर धो डालें। यह उपाय 43 दिन करें लाभ होगा।