यदि बुध चौथें घर में स्थित हो
यदि चौथें घर का बुध कुंडली में अकेला हो तो उत्तम फल देने वाला तथा शांति प्रदान करने वाला होता है। ऐसा जातक हर मां-बेटी से डरने वाला और बड़ों की इज्जत करने वाला नेक इंसान होता है। वह दूसरों की मुसीबत अपने सिर ढोता फिरता है। यदि जातक 32 दांत वाला हो तो मंगल बद नहीं होगा।
पापी ग्रह भी बुरा फल नही दें गे। सभी तरह से घर परिवार में बरकत होती रहती है। माता-पिता का सुख लम्बा तथा गृहस्थ सुखी होती है। ऐसा फल चंद्र के छठवें या तीसरे में रहने तथा दूसरा खाना खाली होने पर मिलता है।
मंदी की हालत मे बुध माता के लिए विशेष नुकसानदायी होता है। यदि जातक के जन्मते ही घर में चंद्र की चीजें-घोड़ा, बकरी या तोता आए तो मां की मौत का कारण बन सकता है। यदि मां बच भी जाए तो बुरी हालत में होगी।
कंगाली और तबाही होती रहेगी।इससे बचने के लिए जातक के माता-पिता को चंद्र की चीजो से सहायता लेनी चाहिए। जातक परदेश गमन कर सकता है। किसी की नेक सलाह भी उसे बुरी लगेगी। पितृ ऋण न उतारने अथवा 2, 5, 9, 12 में शनि या राहु के होने से धन, स्त्री तथा बरबाद हो जाता है। ऐसा जातक आत्महत्या तक करने पर आमादा हो सकता है।