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यदि बुध छठे घर में स्थित हो ? तो जानें इसके प्रभाव
छठे घर वाले बुध का जातक अपनी जबान की खास विशेषता रखता है। मरते समय भी उसकी जबान नही लड़खड़ाती।भला या बुरा जो कह दे, सच साबित होता है। वह अपनी जबान का धनी माना जाता है उसकी एक ही गूंज दुनिया के रास्ते बदलने वाली साबित होती हैं।ऐसा जातक गुप्त योगी, साधु-संन्यासी या यती होता है।उसका मन कोमल तथा जीवन फूल की तरह चारों तरफ सुगंध फैलाने वाला होता है। खाना नं. 2 में जैसा ग्रह हो, बुध का असर उसी के अनुरूप् बदल जाता है।
जातक दिमागी काम करने वाला, बारीकी-कलात्मक रूचियों वाला तथा बहुत ही हुनरमन्द होता है। ईमानदारी से उसके कार्य में बरकत होती है।झगड़ो का फैसला कराने वाला, स्वामी, सरपंच और मुखिया टाइप जातक समाज मे सम्मानित जीवन जीता है।
बुध की चीजे-फूल, लड़की, तथा कन्या उसके लिए विशेष शुभ होती हैं। राजयोग, कागजी, काम, छापाखाना, अखबार इत्यादि के कामों में उसे ज्यादा लाभ मिलता है।मंदा बुध यहां अधिक नीच फल देता है।
वह अकसर अपने मालिक के साथ बेवफाई और गद्यारी करने वाला इंसान होता है। मंदे समय में नया बनवाया गया मकान या दरवाजा जातक के लिए मातम का कुण्ड साबित होता है। यदि लड़की की शादी उत्तर दिशा में कर दी जाए तो वह कभी सुखी नही रहती। यदि जातक लालची हकीम हो तो खुद अपनी जड़ काटता है।