आज का राशिफल 4 अक्टूबर: इस राशि पर आज होगी मां लक्ष्मी की कृपा, कुंभ वाले बनाए रखें मानसिक स्वस्थता
- शुभ संवत 2076 शक 1941 …
- सूर्य दक्षिणायन का …आश्विन मास शुक्ल पक्ष…. षष्ठी … दिन को 09 बजकर 36 मिनट तक … शुक्रवार…. ज्येष्ठा नक्षत्र.. दोपहर को 12 बजकर 19 मिनट तक … आज चन्द्रमा … वृश्चिक राशि में… आज का राहुकाल दिन को 10 बजकर 23 मिनट से 11 बजकर 52 मिनट तक होगा …
भाग्य को प्रबल करने के लिए करें देवी कात्यायनी की पूजा और करें मनचाही मुराद पूरी –
देवी कात्यायनी देवी दुर्गा के छठे रूप का प्रतीक हैं। ऐसा माना जाता है कि महिषासुर नामक राक्षस को मारने के लिए, मां पार्वती ने देवी कात्यायनी का रूप धारण किया। देवी पार्वती के इस रूप को सभी रूपों में सबसे प्रचंड कहा जाता है और उनके इस रूप को योद्धा देवी के रूप में भी जाना जाता है। नवरात्रि के छठे दिन, देवी कात्यायनी की पूजा करते हैं। देवी कात्यायनी बच्चे के जन्म के छठे दिन उसका भाग्य लिखने आती हैं अतः कात्यायनी देवी को भाग्य की देवी माना जाता है। बृहस्पति ग्रह कात्यायनी द्वारा शासित है।
माता कात्यायनी अपने भक्तों को सब कुछ दे सकती है। समृद्धि और अच्छे भाग्य की प्राप्ति के लिए देवी कात्यायनी की पूजा करती हैं। देवी कात्यायनी की पूजा भक्तों के जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मकता को समाप्त करती है। ऐसा कहा जाता है कि जो युवती कात्यायनी व्रत रखती हैं वह अपनी पसंद का पति पाती हैं। माँ भक्ति से आसानी से संतुष्ट हो जाती है और अपनेभक्तों के सभी पापों को ध्वस्त कर देती है उन्हें धन, सुख और मुक्ति के साथ आशीर्वाद देती हैं। अतः भाग्य का साथ चाहिए, चाहे वह बेहतर कैरियर के लिए भाग्य का साथ हो अथवा एक अच्छा जीवनसाथी चाहिए अथवा उत्तम स्वास्थ्य सभी प्रकार के बेहतरी के लिए भाग्य की देवी कात्यायनी का व्रत, मंत्रजाप तथा पूजा करने से जीवन में सुख की प्राप्ति होती है।
कात्यायनी पूजा के लिए पूजा विधि
कात्यायनी पूजा साहस, ज्ञान और ताकत प्राप्त करने के लिए की जाती है। देवी के सामने हाथों में पानी लेकर भक्तों द्वारा एक संकल्प किया जाता है। फिर, कपूर मिश्रित पानी, फूल, शहद, घी, गाय का दूध, पंचामृत, चीनी और कपड़े देवी कात्यायनी को अर्पित करते हैं और उनका आशीर्वाद पाने के लिए आग्रहपूर्वक पूजा करते हैं।
कात्यायनी पूजा के लिए मंत्र
देवी कात्यायनी की पूजा करने के लिए, भक्त नवरात्रि त्योहार के दूसरे दिन कई मंत्र, स्तोत्र और श्लोकों का जप करते हैं:
ओम देवी कात्यायनी नमः (लगातार 108 बार)
पूजा से पूरी होती है मनोकामना –
– कन्याओं के शीघ्र विवाह के लिए इनकी पूजा अद्भुत मानी जाती है।
– मनचाहे विवाह और प्रेम विवाह के लिए भी इनकी उपासना की जाती है।
– वैवाहिक जीवन के लिए भी इनकी पूजा फलदायी होती है।
– अगर कुंडली में विवाह के योग क्षीण हों तो भी विवाह हो जाता है।
किस राशि वाले लोग देवी कत्यायनी की कैसे करें पूजा और क्या करें उपाय
मेष राशि –
मेष राशि वाले जातक गोधूली वेला के समय देवी कत्यायनी की पूजा पीले पुष्प से करें साथ ही पीले वस्त्र तथा बेसन से बने प्रसाद माता को अर्पित करें तो उनके जीवन में विवाह से संबंधित भाग्य का साथ प्राप्त होगा।
वृषभ राशि –
इस राशि वाले लोग माता कात्यायनी की पूजा में उनके मंत्र का 108 जाप करें और लाल वस्त्र माता को धारण कराके इनकी पूजा करनी चाहिए। साथ ही शहद और गुलकंद को माता के चरणों में अर्पित करें।
मिथुन राशि –
इस राशि वाले लोग मां को सुगन्धित द्रव्य अर्पित करें और नीले वस्त्र तथा विष्णुकांता के पुष्प साथ ही तिल से बने मिष्ठान का भोग लगायें तो शीघ्र विवाह के योग बनेंगे साथ ही प्रेम सम्बन्धी बाधाएं भी दूर होंगी.
कर्क राशि –
कर्क राशि वाले लोग मां के समक्ष उनके मन्त्रों का जाप करें, और इनको पीले फूल और पीला नैवेद्य अर्पित करें. शहद अर्पित करना विशेष शुभ होता है, यश तथा भाग्योदय के लिए ये उपाय बेहद शुभकर है।
सिंह राशि –
सिंह राशि वाले जातक शीघ्र नौकरी वह मनपसंद विवाह के लिए मां कात्यायनी की पूजा, मंत्रजाप तथा लाल गुडहल के पुष्प एवं गेहूं से बनी पंजीरी का भोग लगायें।
कन्या राशि –
कन्या राशि वाले लोग शुक्र तारा उदित होने के समय रंगीन रेशमी वस्त्र, घी, चीनी, कपूर एक पात्र में रखकर माता के चरणों में अर्पित करें तथा मंत्रजाप से मां के कानो में अपनी चाहत कहें तो आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी।
तुला राशि –
तुला राशि वाले जातक लोग कात्यायनी मंत्र जाप के बाद हरा वस्त्र, हरी सब्जी, मूंग की दाल, हल्दी की गांठ माता को चढ़ाएं तो मनपसंद स्थान में नौकरी लगेगी और सफलता निरंतर बनी रहेगी।
वृश्चिक राशि –
इस राशि वाले आज के दिन प्रातःकाल स्नान से निवृत्त होकर माता के मंदिर में समक्ष घी का दीपक जलाएं और उन्हें पीले फूल अर्पित करें, चांदी, चावल से भरा पात्र अर्पित करते हुए मंत्रजाप करें तो निश्चित मन की चाह पूरी होगी।
धनु राशि –
इस राशि वाले लोग मां कात्यायनी के मन्त्रों का जाप करें, गुड़ और गेहूं, तांबा तथा शहद माता को अर्पित करें। इससे उनका भाग्य प्रबल होगा तथा जीवन में यश और समृद्धि प्राप्त होगी।
मकर राशि –
इस राशि वाले लोगो द्वारा शहद, चांदी या मिटटी के पात्र में अर्पित किया जाए तो उत्तम होगा, इसके साथ ही सिंदूरी वस्त्र तथा पकवान का भोग लगायें।
कुंभ राशि –
कुंभ राशि वाले जातक इच्छित जीवनसाथी पाने के लिए लाल रंग का वस्त्र, सोना, तांबा, मसूर दाल, बताशा, मीठी रोटी का भोग लगाकर प्रसाद का वितरण करें।
मीन राशि –
इस राशि वाले लोग अपने मनोकुल लाभ प्राप्त करने के लिए केला, पीला वस्त्र, केशर, नमक, मिठाईयां, हल्दी, पीला फूल लेकर माता के कात्यायनी रूप की पूजा करते हुए मंत्र जाप के साथ व्रत रखें तो मुराद जरूर पूरी होगी।