Gems & Stones

गोमेद नग बनवाते समय रखें इस बात का ध्यान…

415views

गोमेद नग बनवाते समय रखें इस बात का ध्यान…

राहु का नग गोमेद
गोमेद नग बनवाते समय यह ध्यान रहे कि पंचधातु या लोहे में ही होना चाहिये। उसके बाद गोमेद की अंगूठी को शुद्ध जल गंगाजल या कच्चे दूध में धोने के पश्चात उसको चांदी से बने राहु यंत्र के उपर रखकर पूजा करे।

पूजा करते हुये आपका मुंह पूरब दिशा की ओर होना चाहिये। उसके बाद पुष्प, चंदन, धूपबत्ती से पूजा करने के बाद राहु के मंत्रो का जाप करना चाहिये। यह मत्र 18,000 बार करना है।

यह जाप एक सप्ताह में पूरा करना चाहिये। उसके बाद इ सनग को शनिवार को शाम को धारण करना चाहिये। प्राण-प्रतिष्ठत होने के बाद यह नग अपना फल देना शुरू कर देता है और जो ग्रह अशुभ फल दे रहा होता है उसके फल मे कमी आ जाती है।

ALSO READ  ज्योतिष में एमेथिस्ट ब्रेसलेट का महत्व: कौन पहने और कैसे पहने?