09 मई 2020 का राशिफल:वृश्चिक राशि के जीवन में आएगा सकारात्मक बदलाव, मेष राशि पर ग्रहों की होगी कृपा
- दिनांक 09.05.2020 का पंचाग
- शुभ संवत 2077 शक 1942सूर्य उत्तरायण का …ज्येष्ठा मास कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि … दोपहर को 12 बजकर 34 मिनट तक … दिन … शनिवार … अनुराधा नक्षत्र … दिन को 08 बजकर 51 मिनट तक … आज चंद्रमा … वृश्चिक राशि में … आज का राहुकाल दिन को 08 बजकर 45 मिनट से 10 बजकर 22 मिनट तक होगा …
- आज के राशियों का हाल तथा ग्रहों की चाल-
मेष राशि –
बुध ग्रह आपकी राशि से द्वितीय भाव में संचरण करेगा। दूसरों के सामने अपनी बातों को प्रखरता से रखेंगे। हालाँकि भाषा में कटुता आपकी छवि को धूमिल कर सकती है। इस अवधि में भाई-बहन से आर्थिक सहयोग प्राप्त होने की संभावना है। आय साधनों में वृद्धि की संभावना है। पारिवारिक जीवन की दृष्टि से देखें तो, परिजनों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा लेकिन निजी कारणों के चलते किसी से वाद-विवाद होने की संभावना है। ऐसी स्थिति में ठंडे दिमाग से काम लें और विवाद को समाप्त करने का प्रयास करें।
उपाय
शुद्ध घी का दान करें। बुध मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि –
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि में हो रहा है। इस दौरान बुध आपके लग्न भाव में स्थित होगा। इस गोचर के फलस्वरूप आपके व्यक्तित्व में एक आकर्षण पैदा होगा। आप अपनी कुशल संवाद शैली की मदद से दूसरों पर अमिट छाप छोड़ेंगे। वाणिज्य व्यापार से संबंध रखने वाले जातकों को जबरदस्त लाभ होने की संभावना है। वाद-विवाद प्रतियोगिता में आप अव्वल आएंगे। वैवाहिक जीवन और भी सुखदमय होगा। वैचारिक रूप से गोचर आपके लिए अनुकूल होने के संकेत दे रहा है।
उपाय
हरे फलो का दान करें, गणेशजी की पूजा करें।
मिथुन राशि –
बुध आपकी राशि से द्वादश भाव में संचरण करेगा। ज्योतिष में यह भाव व्यय भाव कहलाता है। इस भाव से खर्चे, हानि, मोक्ष, विदेश यात्रा आदि को देखा जाता है। इस दौरान आपके खर्चों में वृद्धि होगी और अनावश्यक रूप से धन खर्च होगा। गोचर के परिणाम स्वरूप आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। निजी समस्या के कारण आपको मानसिक तनाव रह सकता है।
उपाय
बुध यंत्र को स्थापित करें और इसकी पूजा करें। हरी मूंग का दान करें।
कर्क राशि –
बुध का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है। इस भाव से आय, जीवन में प्राप्त होने वाली सभी प्रकार की उपलब्धियाँ, मित्र, बड़े भाई-बहन आदि को देखा जाता है। गोचर के प्रभाव से अगर आपने किसी व्यक्ति को धन उधार दिया है तो वह धन वापस आ सकता है। बेहतर प्रयासों की बदौलत आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान बड़े भाई-बहन का सहयोग भी प्राप्त होगा। वहीं प्रेम जीवन में आपको मिश्रित परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
उपाय
गाय की सेवा करें और उन्हें हरी सब्जियाँ खिलाएँ।
सिंह राशि –
बुध का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा। ज्योतिष में दशम भाव करियर, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति एवं जीवन के लक्ष्यों की व्याख्या करता है। इसे कर्म भाव भी कहा जाता है। गोचर के परिणाम स्वरूप आपको बौद्धिक रूप से लाभ प्राप्त होगा। अगर आप वाणिज्य या फिर मीडिया क्षेत्र से संबंध रखते हैं तो यह समय आपके लिए बेहद अनुकूल रहेगा। वहीं घर का वातावरण भी शांतिपूर्ण रहेगा। बड़े भाई-बहनों से करियर के क्षेत्र में मदद मिलने की संभावना है। पिता के साथ अच्छे संबंध स्थापित होंगे। उनके साथ संवाद का सिलसिला भी बढ़ सकता है।
उपाय-
बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें। पौधे का रोपण करें।
कन्या राशि –
बुध आपकी राशि से नवम भाव में प्रवेश करेगा। ज्योतिष में नवम भाव को भाग्य भाव कहते हैं। इस भाव से व्यक्ति के भाग्य, गुरु, धर्म, यात्रा, तीर्थ स्थल, सिद्धान्तों का विचार किया जाता है। भाग्य आपका साथ देगा और आप अपने क्षेत्र में सफलता अर्जित करेंगे। कार्यक्षेत्र में अच्छा अवसर प्राप्त होने पर आप अपनी मौजूदा जॉब में परिवर्तन कर सकते हैं। या फिर आपको किसी अच्छे संस्थान से नई जॉब का ऑफर आ सकता है। धार्मिक क्रियाओं में आपकी रुचि बढ़ेगी। धर्म-कर्म के कार्यों में आपका मन लगेगा। गोचर की अवधि आपके लिए सकारात्मक साबित हो सकती है।
उपाय-
हरी इलायची का दान करें।
बुध की शांति हेतु विष्णुपूजा करें।
तुला राशि –
बुध ग्रह आपकी राशि से अष्टम भाव में गोचर करेगा। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के अष्टम भाव को आयुर्भाव कहा जाता है। इस भाव से जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, अचानक से होने वाली घटनाएं, आयु, रहस्य, शोध आदि को देखा जाता है। इस दौरान आपको सावधानी से काम करने की आवश्यकता होगी। क्योंकि अचानक धन हानि होने के संकेत मिल रहे हैं। वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पालन करें। नकारात्मक सोच से बचें। किसी तरह के विवाद से दूर रहें। ससुराल पक्ष से लाभ मिल सकता है।
उपाय-
विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें। हरे फल का दान करें।
वृश्चिक राशि –
बुध आपकी राशि से सप्तम भाव में संचरण करेगा। ज्योतिष में कुंडली के सातवें भाव से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी एवं जीवन के अन्य क्षेत्रों में बनने वाले साझेदारों का विचार किया जाता है। यदि आप साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं तो लाभ मिलने की प्रबल संभावना है। अपने बिजनेस पार्टनर से अच्छे संबंध बनाए रखें और उन पर भरोसा जताएँ। धैर्य और सकारात्मक दृष्टि रखें। अपनी सेहत पर खास ध्यान दें।
उपाय-
बुधवार के दिन हरे कपड़े एवं हरी सब्जियाँ दान में दें।
धनु राशि –
बुध ग्रह आपकी चंद्र राशि से षष्टम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, विवाद को देखा जाता है। इसके प्रभाव के कारण खर्च में बढ़ोतरी होगी। कार्यक्षेत्र में आपका प्रदर्शन अच्छा रहने वाला है लेकिन आपका कोई शत्रु आपके खिलाफ साजिश कर सकता है। गोचर के दौरान अपनी नींद ठीक रखें। बुध का गोचर आपको प्रतियोगिता में सफलता दिलाएगा।
उपाय-
किन्नरों का आशीर्वाद लें। उनको हरे कपड़े गिफट करें।
मकर राशि –
बुध आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेगा। कुंडली में इस भाव को संतान भाव के नाम से भी जाना जाता है। इस भाव से रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखा जाता है। इस गोचर के फलस्वरूप आपके ज्ञान में वृद्धि होगी। संतान अपने कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेगी। वहीं प्रेम जीवन में भी सुधार देखने को मिल सकता है। आप किसी रचनात्मक कार्य से जुड़े हैं तो बुध का गोचर आपके लिए शुभकारी साबित हो सकता है।
उपाय-
विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत का जाप करें। बुध मंत्र का जाप करें।
कुंभ राशि –
बुध आपकी राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। कुंडली के चैथे भाव को सुख भाव कहा जाता है। इस भाव से माता, जीवन में मिलने वाले सभी प्रकार के सुख, चल-अचल संपत्ति, लोकप्रियता एवं भावनाओं को देखा जाता है। गोचर के कारण आपको अचानक धन लाभ हो सकता है। बुध का यह गोचर आपके सुखों में भी वृद्धि करेगा। माता जी के स्वास्थ्य में गिरावट देखने को मिल सकती है। ऐसी स्थिति में उनकी सेहत का ख्याल रखें। छात्रों को पढ़ाई-लिखाई में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। मन पढ़ाई से भटक सकता है।
उपाय-
सत्यनारायण पूजा करें। खटटे फल का दान करें।
मीन
बुध ग्रह आपकी राशि से तृतीय भाव में संचरण करेगा। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, इच्छा शक्ति, छोटे भाई, जिज्ञासा, जुनून, ऊर्जा, जोश और उत्साह को देखा जाता है। इसके प्रभाव से आप अपने लक्ष्य के प्रति संकल्पबद्ध होंगे। आपकी संवाद शैली में प्रखरता देखने को मिलेगी जिसके कारण आप दूसरों को अपने विचारों से प्रभावित करेंगे। आर्थिक दृष्टि से गोचर का प्रभाव अनुकूल है। घर में छोटे भाई-बहन का सहयोग आपको प्राप्त होगा। अपनी सेहत का ध्यान रखें। बुध के गोचर से आप निडरता से अपनी बातों को रखेंगे।
उपाय-
गाय को गुड़ एवं गेहूँ खिलाएँ। विष्णुपूजा करें तथा 108 विष्णुकांता फूल विष्णुजी में अर्पित करें।