
बाजार में कौन सी कंपनियां मंगल के अधीन हैं इस बात का कोई लेन देन शेयर बाजार और मंगल से नहीं है लेकिन जातक की कुण्डली में मंगल का रोल अधिक महत्वपूर्ण है। शेयर बाजार के संबंध में सबसे आम धारणा यही है कि यह एक अनिश्चित कार्य है यानि युद्ध का मैदान कब कौन सी गोली किधर से आकर लग जाएगी कोई नहीं जानता।
शेयर बाजार में भी वहीं सबकुछ होता है जो कमोडिटी मार्केट में होता है अन्तर इतना है कि कमोडिटी में ट्रेडर के हाथ में फिजिकल जैसा कुछ नहीं होता और शेयर बाजार में डीमैटीरिएलाइज शेयर होते हैं। कमोडिटी में एक दिन का घाटा कुछ हजार रुपए से कुछ सौ करोड रुपए तक हो सकता है लेकिन शेयर बाजार में किसी एक व्यक्ति को इतना लाभ या घाटा नहीं होता। लेकिन नियम वही रहते हैं कि गोली कहीं से भी आ सकती है। तो कौन है जिसे शेयर बाजार में उतरना चाहिए। चंद्रमा की स्थिति मजबूत हो, लग्नेश उच्च हो और मंगल से संबंध बनाता हो तो शेयर बाजार में उतर जाना चाहिए। अगर यह कमजोर होता है तो शेयर बाजार की उतार चढाव के साथ बहने लगता है।
प्राय: मेष, सिंह और तुला लग्न के लोग शेयर बाजार के धंधे के लिए उत्तम होते हैं अन्य लग्नों के लोग भी इसमें सफलता प्राप्ति कर सकते हैं जबकि लग्न का अधिपति अच्छी स्थिति में बैठा हो। लग्न उत्तम होने पर आदमी स्पष्ट निर्णय कर पाता है और उस पर अडिग रह पाता है। लम्बी रेस के घोडों में यह खासियत होती है कि वे जल्दी से घबराते नहीं है एक बार पिछड जाने पर अपने निर्णयों को बदलते नहीं है और रेस के अंत में अधिक प्रयत्न कर जीत जाते हैं उन्हें छोटे छोटे झगडों में जीता जा सकता है लेकिन युद्ध वे ही जीतेंगे। इसलिए लग्न बहुत बलशाली होना चाहिए। कोई भी लग्न बलशाली हो सकता है। बशर्ते उस पर किसी क्रूर ग्रह की नजर न पड रही हो। मंगल सेनापति है। पहले लडने के लिए जोश देता है और फिर डटे रहने के लिए बाद में समय पर निकल जाने की बुद्धि भी।