राशि अनुसार माता चंद्रघंटा के उपाय –
मेष राशि –
मेष राशि के जातक आज के दिन घर के बड़े-बुजुर्ग और माता की सेवा करें।। उसके
उपरांत माता को चीनी अर्पित करें तथा वाणी में भी मिठास रखें।
वृषभ राशि –
वृषभ राशि के जातक अपने सभी कार्य बिना किसी की सहायता के स्वयं करें। किसी के सामने
कठोर वाणी ना बोले और देवी के मंदिर में जाकर विधि-विधान के साथ पूजा करें और नारियल
से बनी मिठाई का भोग लगायें। इससे माता प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना पूर्ण करेंगीं।
मिथुन राशि –
मिथुन राशि के जातकों को माता लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजा आराधना करे और लड़कियों
को मीटा खिलाकर अपने सामथ्र्य अनुसार कुछ उपहार दें। इसके साथ ही माता के चरणों में
पीले पुष्प अर्पित करें।
कर्क राशि –
इस राशि के जातक माता दुर्गा को दुर्गा कवच का पाठ सुनायें। किसी धार्मिक स्थान पर लोगों
को पानी पिलाएं और सेवा करें। माता के चरणों में चांदी और चावल चढ़ाकर अपने पास रखें।
माता-पिता की सेवा करें।
सिंह राशि –
इस राशि वाले जातक माता के मंदिर में मंूग से बनी मिठाई का प्रसाद चढ़ायें सदाचार के
नियमों का पालन करें। धार्मिक कार्यों में मन लगाएं।
कन्या राशि –
इन जातकों को अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए। दुर्गा सप्तशती का पाठ कर छोटी
कन्याओं से आशीर्वाद लें। इस राशि के लोगों को चांदी का छल्ला माता को अर्पित करना
चाहिए।
तुला राशि –
इस राशि के जातक माता के मंदिर में दर्शन उपरांत माथे पर टीका लगवाएं। माता गायत्री की
आराधना करने से माता जल्दी प्रसन्न होंगीं।। गायों को हरी घास खिलाएं।
वृश्चिक राशि –
यह जातक माता को प्रसन्न करने के लिए मीठी रोटी बनाकर गरीबों को खिलाएं। माता की मूर्ति
को सिंदूर और चोला चढ़ाएं।
धनु राशि –
इस राशि के जातकों को सुबह माता के मंदिर में जाकर सफेद कमल के फूल और सफेद मिठाई
अर्पित करनी चाहिए। शाम के समय पंचमुखी दीपक प्रज्वलित करके देवी सरस्वती के मंत्रो का
जाप करना चाहिए।
मकर राशि –
माता के मंदिर में अखरोट चढ़ाएं और प्रसाद के रूप में कुछ घर लेकर आएं। घर के किसी भी
हिस्से में अधेरा न रखें। किसी भी कन्या का अपमान ना करें और माता गायत्री की पूजा कर
बड़ो का आर्शीवाद प्राप्त करें।
कुंभ राशि –
इस राशि के जातक देवी चंद्रघंटा का पूजन करें, चांदी का टुकड़ा माता के चरणों में अर्पित करें
तथा चावल आटे तथा चीनी से लड्डू बनाकर कुंवारी कन्याओं को खिलायें।
मीन राशि –
इन जातकों को मां चंद्रघंटा की पूजा करने तथा उनके मंत्र का जाप कर माता के चरणों में तिल
तथा गुड़ से बनी मिठाईयां अर्पित करें तथा कुछ मिठाई छोटे बच्चों में वितरित करें।