वृषभ राशि में शनि गोचर का प्रभाव
यदि शनि दशम भाव में गोचर करता है, तो आपको कार्यस्थल पर कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ध्यान रखें कि कार्यस्थल में अपने सहकर्मियों या बॉस के साथ अनबन आपको सफलता की ओर बढ़ने नहीं देगी। इससे आपकी प्रगति रुक सकती है और वित्तीय स्थिति पर भी इसका असर पड़ता है। इसलिए कोशिश करें कि इस दौरान न तो अपने सहकर्मियों से और न ही अपने बॉस से बहस करें। अगर ऐसी स्थितियां बन रही हैं यानी अगर किसी बात पर आपकी उनके साथ असहमति है तो उसे तर्क के साथ ही बताएं बात को आगे बढ़ाने से बचें। इस तरह आप किसी बिगड़ती बात को संभालने में कामयाब हो जाएंगे।
आपके निजी जीवन पर भी शनि गोचर का प्रभाव दिखेगा। जैसे आपके जीवनसाथी के साथ भी किसी बात पर मतभेद हो सकते हैं। लेकिन समझदारी और सूझबूझ के साथ आप इसे संभाल सकते हैं।
जैसे किसी बात पर बहस हो रही हो, तो उसे टाल दें। इसके अलावा यह गोचर यह भी संकेत दे रहा है कि इन दिनों आपके खर्चे आय से अधिक हो सकते हैं इसलिए बहुत सावधान रहें। खर्च उतना ही करें, जितना आपका बजट है। मनी मैनेजमेंट को प्राथमिकता दें। जरूरी हो तो किसी विशेषज्ञ या अनुभवी व्यक्ति की मदद लें। इसके साथ ही आपको यह भी समझने की जरूरत है कि आपने अपने सामाजिक दायरे में जो छाप छोड़ी थी, वह अब फीकी पड़ती दिख रही है।
अगर आप इसे संभालना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप जो भी निर्णय ले रहे हैं, उसे सावधानी से लें और अपने आसपास के लोगों की पहले की तरह मदद करते रहें। इस तरह आपकी फीकी पड़ रही छवि बेहतर हो जाएगी। हालांकि, शनि गोचर के कारण अपने कंधों पर जो जिम्मेदारियां उठा रखी हैं, उससे आप खुद को बोझिल महसूस कर सकते हैं। इस दौरान आपको अपनी मां के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए।
– नियमित रूप से मंदिर जाएं।
– मांस, शराब और अंडे से दूर रहें।
– दृष्टिबाधित लोगों को भोजन कराएं। इन उपायों की मदद से आपके शनि के प्रतिकूल प्रभाव में कमी आ सकती है।