’’बवासीर रोग’’ मिटाने के लिए टोटके
’’बवासीर रोग’’ भी असाध्य रोग होता है। जिसे पकड़ता है वर्षो तक पीछा नहीं छोड़ता है। ऐसी परिस्थिति में –
1. ’’विशाखा नक्षत्र मे’’ ’’धथूरे की जड़’’ आमंत्रित करके ले आएं और काले डोरे के साथ कमर में बाॅध ले तो खूनी और वादी दोनों प्रकार के बवासीर रोग मिट जायेंगे।
2. ’’बबूल की वृक्ष में’’ कभी-कभी एक ऐसा पौधा उग जाता है कि जिसका पत्ता आम के पत्तो जैसा होता है, जिसे ’’ बांदा बूटी’’ के नामे से जाना जाता है। अगर ऐसी बूटी मिल जाय तो शनिवार को आमंत्रित कर रविवार को काटकर उसका डंटल ले आवें। फिर काले कपडे़ में लपेटकर, काले डोरे के साथ कमर के बांध लें तो जड़ से बवासीर रोग समाप्त हो जाएगा।
3. पुष्य नक्षत्र के शनिवार को, प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व ’’ आक’’ के सात पत्ते तोड़ लाएॅ और शौच क्रिया से निवृत होकर, गुदा को जल से धोकर,एक-एक पत्ते से क्रमशः गुदा को रगड़ या पोंछकर अपने शरीर के दक्षिण दिशा की ओर इन पत्तो को फेंकते जाएँ । इस क्रिया को 21 दिन तक करें तो बवासीर की जलन तथा सूजन आदि सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।