ग्रह विशेष

ऐसी आदतें जो आपको बदलनी पड़ेगी,नहीं तो समस्या उत्पन्न हो सकता है…

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बैठे-बैठे पैर हिलाना

कुछ लोगों को बैठे बैठे पैर हिलाने की आदत होती हैं या जैसे ही व्यक्ति बैठता हैं उसके पैर हिलने लगते है। ऐसे में अनायास ही हम कह उठते है कि पैर हिलाना बंद करो। इस विषय में ज्योतिष शास्त्र कहता हैं कि जो व्यक्ति ऐसा करता हैं उस व्यक्ति की कुंडली में बुध और शनि दोनों ही अशुभ रुप में स्थित होते हैं। इस प्रकार की समस्या के समाधान के रुप में शनि के उपाय करने लाभकारी रहता हैं।

शरीर को खुजलाने की आदत

कुछ लोग सामान्य से अधिक शरीर में खुजली करते रहते हैं। कभी बालों में कभी शरीर में खुजली करते रहते हैं। इस स्थिति में समझना चाहिए कि जातक का केतु अशुभ प्रभाव में हैं और व्यक्ति को केतु के उपाय करने से लाभ होगा। उपाय न करने की स्थिति में केतु की अशुभता बढ़ती जाती हैं।

स्मरण शक्ति का कमजोर होना

कई बार ऐसा होता हैं कि बहुत सोचने पर भी हमें कोई बात याद नहीं आती है। बार-बार प्रयास करने पर भी किसी का नाम, वस्तु का नाम या ऐसे ही कोई परेशानी बनी रहती हैं। ऐसा लगता हैं कि अभी तो याद था, अब याद नहीं हैं। या फिर कुछ शब्दों के उच्चारण में दिक्कतें आती हैं। बोलने में अटकना या तुतलाना भी कुछ इसी तरह की समस्या है। इस तरह की किसी भी दिक्कते से गुजर रहे व्यक्तियों को अपनी कुंडली किसी योग्य ज्योतिषी से दिखानी चाहिए। कुंडली का विश्लेषण करने के बाद ही उपयुक्त उपाय करने लाभकारी रहते हैं।

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व्यर्थ की बातों को समय देना

कुछ लोगों की यह आदत होती हैं कि वे बेवजह दूसरों की बातों में अपनी राय देने लगते हैं। ऐसे में लोग अपने लिए और दूसरों के लिए परेशानियां खड़ी करते हैं। सामाजिक स्तर पर इस वजह से उन्हें अपमानित भी होना पड़ता हैं। दूसरों के लिए परेशानी खड़ी करने की उनकी मंशा नहीं होती परन्तु आदतन वह ऐसा करते हैं। ऐसे लोगों की कुंडली का अध्ययन करने पर यह देखा गया हैं कि ऐसे व्यक्ति का गुरु अशुभ ग्रहों के प्रभाव में होता है।

पाचन और गैस की समस्या से पीडित

यह देखने में आता हैं कि कुछ लोगों को कोई न कोई पेट से जुड़ी परेशानी लगी ही रहती हैं। भोजन का ना पचना, गैस, एसिडिटी और लीवर से संबंधित कष्ट सिर उठाते ही रहते हैं। जो भी व्यक्ति कुछ इसी तरह की दिक्कतों का सामना कर रहा हैं उस व्यक्ति को अपनी कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति अवश्य दिखा लेनी चाहिए। इन समस्याओं का इलाज किसी चिकित्सक से कराने के साथ साथ गुरु ग्रह के उपाय भी करने चाहिए। ज्योतिषीय उपाय करने से गुरु ग्रह को बल प्राप्त होता है।

जल्दी भूख लगना

कुछ व्यक्तियों को बार-बार भूख लगती है। अभी थोड़ी देर पहले ही कुछ खायेंगे और फिर कहेंगे की कुछ खाना है। ऐसे व्यक्तियों की कुंडलियों का अध्ययन यह कहता हैं कि व्यक्ति का शनि एवं बुध दोनों खराब है। शनि की दॄष्टि बुध पर आने पर भी व्यक्ति को जल्द भूख लगती हैं।

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दांपत्य जीवन में सुख की कमी

पारिवारिक जीवन में किसी न किसी प्रकार की समस्या बार बार आने और सुख-शांति की कमी होना। आज के आधुनिक समय की प्रमुख समस्या बन गई है। ऐसे दंपत्तियों की कुंडली में गुरु और शुक्र दोनों पीडित होते हैं। इन दोनों ग्रहों के उपाय करने से स्थिति तनाव से बाहर आती हैं। गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए गुरु यंत्र, मंत्र। दान और गुरु ग्रह से संबंधित उपाय करने उत्तम फल देते हैं।

कंधे झुका के रहना या हर समय हिलते रहना देखा गया हैं कि कुछ लोगों को कंधे झुका कर रखना और व्यर्थ में हिलते डुलते रहने वाले व्यक्ति स्वभाव से शंकालु होते है। जल्द प्रसन्न नहीं होते है। इस तरह के लोग एक स्थान पर टिक कर रहने वाले नहीं होते हैं। इनकी स्मरण शक्ति भी कमजोर होती हैं। इन व्यक्तियों को बहुत पसीना भी आता है। ऐसी ही समस्याओं से घिरी व्यक्तियों का गुरु और बुध दोनों खराब होतें हैं।