Swami Vivekananda Thought: स्वामी विवेकानंद युवाओं के लिए एक प्रेरणा के रूप में हैं। उनकी प्रेरणादायक बातें मन में ऊर्जा भर देती हैं। मानव सेवा और राष्ट्र निर्माण का ध्येय रखकर सिर्फ 39 वर्ष की आयु में ही वे पूरे विश्व पर छा गए। इनके अनमोल विचार लोगों को जीवन में आगे बढ़ने की प्ररेणा देते हैं। ये युवाओं से आह्वान करते थे कि डरो मत, बहादुरी से आगे बढ़ो, लक्ष्य निर्धारित करो और तब तक चैन से मत बैठो जब तक वह लक्ष्य तुम्हारी मंजिल में तब्दील न हो जाए। जानिए स्वामी विवेकानंद के कुछ और प्रेरणादायी विचार…
– खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है। सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चे होना। खुद पर विश्वास करो।
– जब तक आप खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते।
– बस वही जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीते हैं।
– उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए।
– हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिए कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं। विचार रहते हैं। वे दूर तक यात्रा करते हैं।
– जो तुम सोचते हो वो हो जाओगे। यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे, अगर खुद को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे।
– किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आए, आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।
– एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
– जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी।
– सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना। स्वयं पर विश्वास करो।
– ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हमीं हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।
– मस्तिष्क की शक्तियां सूर्य की किरणों के समान हैं जब वो केन्द्रित होती हैं, चमक उठती हैं।