असली नीलम की पहचान –
1.दूध के मध्य में यदि नीलम रख दिया जाये तो दूध का रंग नीला दिखाई देने लगेगा।
2.पानी के गिलास में यदि असली नीलम डाल दिया जाए तो पानी में से स्पष्ट रूप से नीली किरणें निकलती दिखाई देंगी।
3.पूर्णिमा की रात में खूब फैली हुई चांदनी में खड़ी हुई गोरे रंग की सुन्दर स्त्री के हाथ में स्वच्छ दूध से भरा कटोरा दे और उस पात्र पर नीलम का प्रकाश डालें,यदि नीलम अपने प्रकाश से दूध,दूध के बर्तन और स्त्री पर तत्काल नीलिमा उत्पन्न करदे तो नीलम उत्तम जाति का समझना चाहिए।
नकली नीलम – नीलम की बढ़ती हुई कीमतों को देखकर बाजार में असली नीलम के समान ही कांच के नीलम एवं संश्लिष्ट नीलम भी बिकने शुरू हो गए हैं। अतः नीलम खरीदते समय सावधानी बरतें।
1. रात को यदि भयावने एवं बुरे स्वप्न आने लगें तो नीलम उतार दें।
2.नीलम धारण करने के बाद कोई अनिष्ट हो तो- जैसे धन हानि हो जाए,कोई चीज गुम हो जाए,चोरी/एक्सीडैंट हो जाए,घर में क्लेश हो जाए,आदि तो नीलम उतार दें।
जन्मकुण्डली अनुसार नीलम धारण करें- नीलम धारण करने से जन्म कुण्डली अनुसार क्या लाभ अथवा हानि होगी,नीचे दिया गया है-