माणिक्य रत्न धारण करने के फायदे
ज्योतिष शास्त्र में माणिक्य रत्न धारण करने के बहुत फायदे बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि इसे धारण करने के क्या लाभ होते हैं।इस रत्न का संबंध सूर्य से होता है। इसे धारण करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिसका अच्छा प्रभाव जातकों के जीवन पर पड़ता है।
-सूर्य देव को सभी ग्रहों का नेतृत्वकर्ता माना जाता है। माणिक्य रत्न धारण करने से जातक के अंदर भी नेतृत्व क्षमता का विकास होता है, जिसके अच्छे परिणाम जीवन में मिलते हैं।
-इसे धारण करने से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होता है। साथ ही नेत्र व रक्त संचार जैसी समस्याओं से भी निजात मिलती है।
-इसे धारण करने से कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है, जिससे जातकों को कई लाभ होते हैं।
माणिक्य रत्न के दोष
माणिक्य के दोष – माणिक्य में अक्सर नीचे दोष पाये जाते हैं क्योंकि निर्दोप माणिक्य बहुत कम ही पाए जाते हैं।
1.दुरंगा – जिस माणिक्य में दो से अधिक रंग दिखाई दें,वह पहनने से जीवन में अनेक परेशानियां आती है।
2. जाल युक्त – जिस माणिक्य में आड़ी तिरछी रेखाएं हों,अथवा जिसमें मकड़ी के जाल की तरह रेखाएं दिखाई दें,वह माणिक्य गृहस्थ सुख का नाश करने वाला माना जाता है।
3. दूधक – जिस माणिक्य का रंग दूध के समान हो या जिसमें दूध के रंग के छींटे हो,ऐसा स्टोन विपत्ति लाने वाला तथा अशुभ साबित होता है।
4. धुम्र – धुऐं के रंग जैसा माणिक्य अशुभ एवं हानिकारक होता है।
5.सुन्न – जिस माणिक्य में चमक न हो उसे सुन्न माणिक्य कहते हैं। ऐसे माणिक्य से किसी भी प्रकार की किरणें निकलती दिखाई नहीं देती है।
6. हल्का- अपने अपेक्षित घनत्व से यदि माणिक्य कम हो तो ऐसा दोषयुक्त से किसी भी प्रकार की किरणें निकलती दिखाई नहीं देती ।
7. त्रिशूल – जिस माणिक्य में त्रिभुज,त्रिशूल अथवा तीन लाइनों का चिन्ह हों, यह सन्तान का नाश करने वाला होता है।
8. गड्ढा – जो माणिक्य टूटा हुआ हो अथवा जिसमें गड्ढा हो वह रोग देने वाला होता है।
9. परत- जिस माणिक्य में अभ्रक की परतें दिखाई दें,वह अशुभ होता है।
10. चीरे वाला- जिस माणिक्य में क्रास का चिन्ह हो या जिस पर चीरा लगा हुआ हो, उसके पहनने पर व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो सकती है।