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व्यापार में आ सकती हैं रुकावटें ? दुकान के सामने कभी न रखें ये 3 चीज़ें…

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व्यापार में आ सकती हैं रुकावटें ?

व्यापार में सफलता केवल मेहनत और रणनीति पर ही निर्भर नहीं करती, बल्कि ऊर्जा, ग्रहों की स्थिति और शुभ-अशुभ संकेतों पर भी निर्भर करती है। ज्योतिष के अनुसार, दुकान का मुख्य द्वार किसी भी व्यवसाय का “भाग्य-द्वार” होता है।
यहीं से धन, ग्राहक, अवसर और सकारात्मक ऊर्जा अंदर प्रवेश करती है।
अगर इसी मार्ग पर गलत, अशुभ या बाधक वस्तुएँ रख दी जाएँ, तो ग्रहों का सकारात्मक प्रभाव भी कमजोर पड़ने लगता है और व्यापार में रुकावट, नुकसान या स्थिरता आने लगती है।

ज्योतिष में तीन विशेष वस्तुओं को अत्यंत अशुभ माना गया है, जिन्हें दुकान के सामने रखना निषेध है।

1. लोहे का कबाड़, टूटे सामान या बेकार वस्तुएँ (राहु–केतु का प्रभाव)

ज्योतिष में टूटी चीजें, कबाड़ और लोहे के ढेर को राहु-केतु का प्रतीक माना गया है।
राहु-केतु जब सक्रिय होते हैं, तो वे भ्रम, रुकावट, अचानक नुकसान और अस्थिरता का कारण बनते हैं। यदि दुकान के सामने ही टूटे सामान रख दिए जाएँ तो:

नकारात्मक प्रभाव

  • ग्राहकों की आवाजाही कम हो जाती है

  • दुकान के भाग्य-द्वार पर राहु की ऊर्जा हावी हो जाती है

  • सोच में भ्रम, निर्णय में गलती और बिना कारण रुकावट आती है

  • व्यापार बढ़ने के बजाय स्थिर या पीछे की ओर चलने लगता है

  • पुराने ग्राहक भी धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं

टूटे बोर्ड, टूटी कुर्सियाँ, पुराना काउंटर, जंग लगे लोहे के डिब्बे, पुरानी पेटियां या खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान—ये सब राहु-केतु के दोष को मजबूत करते हैं।

ग्रहों पर प्रभाव

  • दुकान के स्वामी की कुंडली में पहले से राहु-केतु प्रभावित हों, तो स्थिति और खराब हो जाती है।

  • धन भाव (दूसरे और ग्यारहवें भाव) की ऊर्जा कमजोर होने लगती है।

  • चंद्रमा प्रभावित होता है, जिससे मानसिक तनाव बढ़ता है।

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उपाय

  • दुकान के सामने का पूरा क्षेत्र हमेशा खाली और साफ रखें।

  • हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाकर राहु-केतु की शांति करें।

  • टूटी वस्तुओं को तुरंत हटा दें, क्योंकि टूटन = ऊर्जा का विघटन माना जाता है।

2. जूते-चप्पल या गंदे फुटमैट (शनि का अवरोध प्रभाव)

ज्योतिष में जूते और गंदगी शनि ग्रह से जुड़ी होती हैं।
शनि का स्वभाव है बाधाएँ, देरी, अवरोध और रुकावटें।
यदि दुकान के मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल का ढेर हो या गंदा मैट पड़ा हो तो शनि की नकारात्मक तरंगें द्वार से प्रवेश कर जाती हैं।

नकारात्मक प्रभाव

  • ग्राहक अंदर आते ही असहज महसूस करता है

  • मुख्य द्वार पर अशुद्ध ऊर्जा होने से बिक्री कम होती है

  • शनि के कारण व्यापार की गति धीमी हो जाती है

  • छोटी-छोटी बातों को लेकर स्टाफ में विवाद बढ़ता है

  • निवेश का लाभ नहीं मिलता या पैसा अटकता है

शनि ग्रह अनुशासन का ग्रह है—अगर दुकान का प्रवेश द्वार अव्यवस्थित है, तो शनि का दुष्प्रभाव सीधे व्यापार को प्रभावित करता है।

ग्रहों पर प्रभाव

  • व्यापार में अनावश्यक देरी

  • अनुबंध बनने में रुकावट

  • ग्राहकों के व्यवहार में अचानक बदलाव

  • शनि की ढैया/साढ़ेसाती वाले लोगों पर असर ज्यादा

उपाय

  • जूते-चप्पल रखने की जगह दुकान से कम से कम 4–6 फीट दूर बनाएं।

  • मुख्य द्वार पर लाल या पीले रंग का स्वच्छ मैट रखें—ये मंगल और गुरु ग्रह को मजबूत करता है।

  • हर शनिवार को काले तिल और तेल का दान करें।

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3. कूड़ादान, गंदगी या सड़ी वस्तुएँ (चंद्र–शुक्र का क्षय)

ज्योतिष के अनुसार कूड़ादान, बदबू, गंदगी और सड़ी हुई चीज़ें
चंद्र और शुक्र ग्रह को कमजोर करती हैं।
चंद्र शांत मन, ग्राहकों का आकर्षण और व्यापार की सुगमता का कारक है।
शुक्र धन, सौंदर्य और लाभ का कारक है।

यदि दुकान के सामने ही कूड़ादान रखा हो या गंदगी जमा हो, तो:

नकारात्मक प्रभाव

  • ग्राहक दुकान में घुसने की इच्छा खो देते हैं

  • लाभ की ऊर्जा (शुक्र) कमजोर होती है

  • चंद्रमा के कारण मन अशांत रहता है, निर्णय गलत हो जाते हैं

  • दुकान में बेचैनी, तनाव और असंतुलन बढ़ जाता है

  • धन आकर रुक नहीं पाता—“लाभ होता है, बचत नहीं”

यह स्थिति व्यवसाय में धीरे-धीरे गिरावट ला सकती है।

ग्रहों पर प्रभाव

  • चंद्रमा कमजोर = मानसिक तनाव

  • शुक्र कमजोर = बिक्री में कमी

  • राहु सक्रिय = गंदगी से भ्रम और नुकसान

उपाय

  • कूड़ादान बिल्कुल भी द्वार के सामने न रखें।

  • रोज सुबह द्वार पर गंगाजल छिड़कें।

  • हर शुक्रवार को दुकान में कपूर और लौंग की धूप दिखाएँ—यह शुक्र और चंद्र को मजबूत करता है।

  • द्वार के पास गुलाब या मोगरा का पौधा रखें—यह सौंदर्य और आकर्षण बढ़ाता है।

इन गलतियों को हटाए बिना ग्रहों की कृपा नहीं मिलती

ज्योतिषीय उपाय तब तक सफल नहीं होते
जब तक कार्यस्थल का द्वार शुद्ध और सकारात्मक न हो।
यह स्थान ग्रहों की ऊर्जा के लिए “एंट्री पॉइंट” होता है।
अगर ये तीनों अवरोध मौजूद होंगे,
तो कोई भी ताबीज, मंत्र, पूजा या उपाय तेज असर नहीं करेगा।

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क्या रखें दुकान के सामने ताकि ग्रह सकारात्मक रहें?

श्री यंत्र का छोटा स्टिकर

लाभ और बरकत बढ़ाता है — शुक्र और चंद्र मजबूत।

हल्दी से बना स्वस्तिक

मंगल और गुरु को शुभ करता है।

बांसुरी, घंटी या पीतल की घंटी

नकारात्मक तरंगों को रोकती है — राहु-केतु शांत।

हरा पौधा (मनी प्लांट / तुलसी)

शुक्र और चंद्र को बल देता है, ग्राहक आकर्षित होते हैं।

साफ प्रकाश—LED या पीली लाइट

गुरु ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है, व्यापार में वृद्धि लाती है।

अगर पहले से व्यापार में रुकावट है तो क्या करें?

  • शनिवार और बुधवार को दुकान में समुद्री नमक का पानी पोछे में मिलाएँ

  • हर शुक्रवार को दुकान में सफेद मिठाई बांटें

  • रोज सुबह दुकान खोलते समय “ॐ गं गणपतये नमः” का 11 बार जाप करें

  • गुरुवार को पीली वस्तु का दान करें

  • काउंटर पर गोमती चक्र और कौड़ी रखें

ये सरल उपाय ग्रहों की ऊर्जा संतुलित करते हैं और व्यापार की गति तेज करते हैं।

निष्कर्ष

ज्योतिष के अनुसार दुकान के सामने तीन चीज़ें बिल्कुल नहीं रखनी चाहिए —
  1. टूटे-फूटे सामान / कबाड़ (राहु-केतु प्रभावित)
  2. जूते-चप्पल / गंदा मैट (शनि दोष)
  3. कूड़ादान / सड़ी-गली वस्तुएँ (चंद्र–शुक्र कमजोर)
ये तीनों मिलकर व्यापार की गति, ग्राहकों की संख्या और धन के प्रवाह पर सीधा असर डालते हैं।
यदि इन्हें तुरंत हटा दिया जाए तो ग्रह बाधाएँ दूर करते हैं और व्यापार तेज़ी से आगे बढ़ता है।