उपाय लेख

समस्या दूर करने के लिए अपनाए पान के चमत्कारी उपाय…

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स्कंद पुराण के मुताबिक देवताओं द्वारा समुद्र मंथन के समय पान के पत्ते का प्रयोग किया गया था। यही वजह है कि पूजा में पान के पत्ते के इस्तेमाल का विशेष महत्व है। अत: हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ कार्य से पहले या पूजा-पाठ के दौरान पान के पत्ते के जरिए भगवान का नमन किया जाता है।

हिंदू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार पान के पत्ते का पूजा-पाठ में एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. इससे होने वाले कई उपाय व्यक्ति के जीवन में चमत्कारी बदलाव ला सकते हैं. ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में इसके कई उपाय बताए गए हैं. यह उपाय हर व्यक्ति सामान्य तौर पर कर सकता है और उससे होने वाले लाभ ले सकता है.हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के लिए कई सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है. इन सभी सामग्रियों का अपना महत्वपूर्ण स्थान है।

उपाय के तौर पर जिनका कई कामों की सिद्धि के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इन्हीं सामग्रियों में से एक है पान का पत्ता जिसका पूजा-पाठ में तो इस्तेमाल होता ही है इसके अलावा कई ऐसे उपाय भी हैं. जिनमें पान के पत्ते का विशेष महत्व है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी को पान का पत्ता अत्यंत प्रिय है. यदि व्यक्ति मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी को पान का पत्ता अर्पित करें तो उसकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।

वास्तु शास्त्र में भी पानी के पत्ते के कई ऐसे उपाय बताए गए हैं. जिन्हें अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन में बहुत कुछ पा सकते हैं. पान के पत्ते के कई उपाय जिनके बारे में हमें बता रहे हैं ।

आज हम यहां आपको पान के ऐसे कुछ उपाय बताएंगे, जिन्हें आजमाकर आप जीवन में धन, सुख-समृद्धि, सफलता, उन्नति और शांति प्राप्त कर सकते हैं।
1. उपाय : पान का बीड़ा – मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमानजी को अच्छे से बनाया गया बीड़ा अर्पित किया जाए, तो सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है। बीड़ा अर्पित करने का अर्थ है कि अब से हनुमानजी आपका बीड़ा उठाएंगे।
मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमानजी को विशेष पान चढ़ाएं। इस दिन तेल, बेसन और उड़द के आटे से बनाई हुई हनुमानजी की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा करके तेल और घी का दीपक जलाएं तथा विधिवत पूजन कर पूआ, मिठाई आदि का भोग लगाएं। इसके बाद 27 पान के पत्ते तथा गुलकंद, सौंफ आदि मुख शुद्धि की चीजें लेकर इनका बीड़ा बनाकर हनुमानजी को अर्पित करें।
इस पान में केवल ये 5 चीज़ें डलवाएं: कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बूरा और सुमन कतरी। पान बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें चूना एवं सुपारी नहीं हो। साथ ही यह पान तंबाकू लगे हाथ से नहीं बनना चाहिए।

हनुमानजी का विधि-विधान से पूजन करने के बाद यह पान हनुमानजी को अर्पण करें और साथ ही प्रार्थना करते हुए कहें, ‘हे हनुमानजी, आपको मैं यह मीठा रस भरा पान अर्पण कर रहा हूं। इस मीठे पान की तरह आप मेरा जीवन भी रसीला कर दीजिए, मिठास से भर दीजिए’। हनुमानजी की कृपा से कुछ ही दिनों में आपकी हर समस्या दूर हो जाएगी।
2. उपाय : पान का दान- ताम्बूल अर्थात् पान होता है। पान का दान करने से मनुष्य पापों से छुटकारा पा जाता है, जबकि पान खाने से पाप होता है। वह पाप पान (ताम्बूल) दान करने से नष्ट हो जाता है।
3. उपाय : नजरदोष- पान का पत्ता नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाला और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाला भी माना जाता है, इसलिए नजर लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की 7 पंखुड़ियां रखकर खिलाएं।
4. उपाय : भगवान शिव को अर्पित करें विशेष पान- यह बहुत कम लोग जानते हैं कि भगवान शिव को पान भी अर्पित किया जाता है। अगर भगवान शिव को विशेष पान अर्पित किया जाए तो हर तरह की मनोकामना पूर्ण होती है।
इस विशेष पान में केवल कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बुरा और सुमन कतरी डली हुई होती है। महादेव का पूजन कर नैवेद्य के पश्चात उनको पान अर्पण करें।
5. उपाय : बिक्री बढ़ाने का उपाय- यदि आपको ऐसा लगता है कि किसी ने तांत्रिक क्रिया करके आपकी दुकान बांध दी है, तो आप शनिवार प्रात: 5 पीपल के पत्ते और 8 पान के साबूत डंडीदार पत्ते लेकर उन्हें एक ही धागे में पिरोकर दुकान में पूर्व की ओर बांध दें। ऐसा कम से कम 5 शनिवार करें। पुराने पत्तों को किसी नदी या कुएं में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से आपकी बिक्री बढ़ेगी।
6. उपाय : पान के पत्ते पर सिंदूर से स्वस्तिक- सुबह स्नान कर घर के देवालय या श्रीगणेश मंदिर में जाकर मूर्ति के समक्ष 1 पान के पत्ते पर सिंदूर में घी मिलाकर या कुमकुम से रंगे चावल से स्वस्तिक बनाएं। अब उस पर कलावे यानी लाल नाड़े में 1 सुपारी लपेटकर रखें। यह श्रीगणेश स्वरूप मानी जाती है। इस सुपारी की पूजा अच्छे से करेंगे तो मंगल होगा।
7. उपाय : रुके काम शुरू होंगे- यदि आप रविवार को 1 पान का पत्ता लेकर घर से बाहर निकलेंगे तो आपके रुके हुए सभी कार्य संपन्न होना शुरू हो जाएंगे।
8. उपाय : विवाह हेतु- होने वाले जीवनसाथी को अपने प्रति आकर्षित करने के लिए तांबूल यानि पान के पत्ते की जड़ को घिसकर तिलक लगाएं। ऐसा करने से विवाह हेतु देखने आए लोग मोहित हो जाएंगे और आपका विवाह पक्का हो जाएगा।
9. उपाय : दशहरे के दिन का उपाय- घर के प्रत्येक सदस्य को राम मंदिर में देशी घी में भिगोई हुई 2 लौंग, 1 बताशा और 1 पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। इससे घर में सुख और समृद्धि बढ़ती है तथा हर तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
10. उपाय : पति प्रेम हेतु- शुक्ल पक्ष के प्रारंभ में 1 पान का पत्ता लें। उस पर चंदन और केसर का पाउडर मिला कर रखें। फिर दुर्गा माताजी के सामने बैठकर दुर्गा स्तुति में से चंडी स्त्रोत का पाठ 43 दिन तक करें। पान का पता रोज नया लें। रोज प्रयोग किए गए पान के पत्ते को अलग किसी स्थान पर रखें। 43 दिन के बाद उन पान के पत्तों को जल प्रवाहित कर दें।
चंडी पाठ करने के बाद चंदन और केसर जो पान के पत्ते पर रखा था, उसका तिलक अपने माथे पर लगाकर पति के सामने जाएं। इस उपाय से पति का प्रेम आप पर बना रहेगा। यह उपाय किसी लाल किताब के विशेषज्ञ से पूछकर ही करना चाहिए।

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