भानुसप्तमी- सप्तमी का श्राद्ध
भानुसप्तमी- सप्तमी का श्राद्ध - भाद्रपद की पूर्णिमा एवं आष्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से अमावस्या तक का समय पितृपक्ष कहलाता है। इस पक्ष में मृतक पूर्वजो का श्राद्ध किया जाता है। पितृपक्ष में मरण तिथि को श्राद्ध किया जाता है। सप्तमी का श्राद्ध भानुसप्तमी के नाम से किया जाता है। जिसमें श्राद्धकर्म करने से सूर्यग्रहण में किए गए पुण्य के बराबर फल मिलता है और आने वाले वंष को शारीरिक कष्टो से छुटकारा मिलकर स्वास्थ्य एवं समृद्धि की प्राप्ति का योग बनता है। किसी भी प्रकार से...