Other Articlesलिङ्गाष्टकं स्तोत्रJunior EditorJune 13, 202510लिङ्गाष्टकं स्तोत्र: ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् । जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥ 1 ॥ देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गं कामदहं करुणाकरलिङ्गम् । रावणदर्पविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्...
Other Articlesसंत विश्वनाथ और राजा विक्रमादित्य की वंश वृद्धिJunior EditorJune 11, 2025June 12, 202513संत विश्वनाथ और राजा विक्रमादित्य की वंश वृद्धि श्री महाकाल धाम अम्लेश्वर से जुड़ी एक प्रसिद्ध कथा: प्राचीन काल में...