Pukhraj Gemstone : किसे पहनना चाहिए पुखराज रत्न ? जानिए इसके चमत्कारी गुण…
पुखराज रत्न एक ऐसा रत्न हैं जो व्यक्ति को मालामाल तो करता ही हैं. इसके साथ यह व्यक्ति को तमाम तरह के सुख भी उपलब्ध करवा देता हैं. व्यक्ति के जीवन में समृद्धि लाने में भी इसका बहुत ही महत्वपूर्ण रोल होता हैं.कहते हैं जिन लोगों को पुखराज रत्न सूट करता हैं उनकी किस्मत बदलने में ज्यादा समय नहीं लगता हैं. ऐसे में आज हम आप को बता रहे हैं की इसके लाभ क्या हैं. पुखराज रत्न के चमत्कार और लाभ क्या होते हैं ।हम आप को यह भी बताएँगे की पुखराज रत्न को किस तरह से धारण करना चाहिए यानि पुखराज रत्न को धारण करने का तरीका या इसे पहनने का तरीका क्या हैं।
ज्योतिष रत्न के बारे में जानकारी
आज के दौर में लोग रत्न ज्यादा पहनते हैं क्योंकि इसके पीछे कारण यह हैं की यह व्यक्ति की किस्मत को मजबूत करता हैं. अगर हम दो शब्दों में कहें तो इसे आप ऐसे समझ सकते हैं की अगर आप की राशि में कोई ग्रह कमजोर हैं तो आप उससे संबधित रत्न धारण करते हैं तो आप को शानदार परिणाम देखने को मिलते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्न हमारे ग्रहों को मजबूत करते हैं और उनके शुभ प्रभाव में भी वृद्धि करते हैं. प्रत्येक गृह का कोई न कोई रत्न होता हैं. जिस तरह से गुरु गृह का रत्न पुखराज होता हैं जिसके बारे में हम बात कर रहे हैं।
पुखराज रत्न से जुडी जानकारी
पुखराज रत्न सुनहरे रंग का होता हैं. यह गुरु गृह से जुड़ा हुआ रत्न हैं. पुखराज रत्न को धारण करने से व्यक्ति का गुरु ग्रह मजबूत हो जाता है और व्यक्ति के उपर गुरु गृह की कृपा होने लगती हैं.वैदिक ज्योतिष में गुरु गृह को सबसे शुभ गृह माना जाता हैं. गुरु गृह व्यक्ति के बुद्धि और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति करवाते हैं।
पुखराज रत्न से होने वाले लाभ
पुखराज रत्न को धारण करने से व्यक्ति को बहुत ही तीव्र परिणाम देखने को मिलते हैं. जिसमे सबसे मुख्य हैं व्यक्ति के जीवन में समृद्धि और खुशहाली का आना. यह रत्न व्यक्ति की बुद्धि और ज्ञान को बढाता हैं.यह रत्न व्यक्ति को शांति प्रदान करता हैं. इसके अलावा यह व्यक्ति की एकाग्र क्षमता और बुद्धि को बढाता हैं जिससे व्यक्ति को शक्ति मिलती हैं. यह किसी भी व्यक्ति को निर्णय लेने में सक्षम बनाता हैं और व्यक्ति अपने लक्ष्यों को ज्यादा आसानी और तेजी से प्राप्त करता हैं।
इस राशि के लोग पहने पुखराज रत्न
किस-किस राशि के लोगों को पुखराज रत्न को धारण करना चाहिए यानि किस राशि के लोगों को पुखराज रत्न को पहनना चाहिए. इसके बारे में हम आप को नीचे जानकारी दे रहे हैं.
मेष :- इस राशि के लोगों के लिए पुखराज रत्न को बहुत ही शुभ और लाभकारी माना जाता हैं. ऐसे में मेष राशि के लोग पुखराज रत्न को धारण कर सकते हैं.
मिथुन :- बात अगर मिथुन राशि की करें तो इस राशि के लिए भी यह रत्न बहुत ही शुभ माना जाता हैं.
कर्क :- इस राशि के लोगों को पुखराज रत्न को अवश्य ही धारण करना चाहिए. क्योंकि अक्सर देखा गया हैं की यह कर्क राशि के लोगों को बहुत ही शुभ परिणाम देता हैं.
सिंह :- सूर्य और गुरु गृह के संबंध अच्छे होते हैं ऐसे में सिंह राशि के लोग पुखराज रत्न को धारण कर सकते हैं. यह इस राशि के लोगों को बहुत ही अच्छे परिणाम देता हैं.
कन्या :- कन्या राशि के लोग भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं क्योंकि यह इस राशि में भी उत्तम फल प्रदान करता हैं.
वृश्चिक :- इस राशि के लोग भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं लेकिन उन्हें इस रत्न को मूंगा रत्न के साथ ही धारण करना चाहिए.
धनु :- इस राशि के लोगों के लिए पुक्राज रत्न किसी वरदान से कम नहीं हैं. क्योंकि इस राशि के स्वामी स्वयं गुरु गृह हैं. इसलिए धनु राशि के जातकों को इस रत्न को आवश्यक रूप से धारण करना चाहिए.
मीन :- इस राशि के लोगों के लिए यह रत्न बहुत ही शुभ माना जाता हैं. क्योंकि इस राशि के जातकों को यह रत्न बहुत ही शुभ फल देता हैं.
इस राशि के लोग ना पहने पुखराज रत्न
वृषभ :- इस राशि के लोगों को इस रत्न को धारण करने से बचना चाहिए और हो सकें तो धारण ही नही करना चाहिए क्योंकि यह इस राशि के लोगों के लिए ठीक नहीं होता हैं.
तुला :- इस राशि के लोगों को इस रत्न को धारण करने से परहेज करना चाहिए. यह रत्न इस राशि के लोगों को शुभ परिणाम नहीं देता हैं.
मकर :- इस राशि के लोगों को पुखराज को धारण करने से बचना चाहिए. क्योंकि इस राशि के लोगों को यह रत्न फायदा तो नहीं देगा लेकिन नुकसान अधिक करेगा.
कुंभ :- इस राशि के लोगों को भी इस रत्न को पहनने से बचना चाहिए क्योंकि इस रत्न को कुंभ राशि के लोगों के लिए अच्छा नहीं माना जाता हैं.
पुखराज रत्न धारण करने की विधि
- इस रत्न को पहनने या धारण करने के लिए सोने या चाँदी की धातु की अंगूठी बनवा लेनी चाहिए.
- पुखराज रत्न को सोने की अंगूठी में पहनना बहुत ज्यादा शुभ माना जाता हैं. इसलिए अच्छे परिणाम के लिए सोने की अंगूठी का चयन करें.
- पुखराज रत्न कम से कम 3.25 कैरेट का या उससे ज्यादा वजन का ही धारण करना चाहिए. क्योंकि रत्न का प्रभाव उतना अधिक होगा जितना अधिक का रत्न होगा.
- पुखराज से जड़ी हुई अंगूठी को सबसे पहले आप को एक कटोरी में रखना चाहिए. उस बर्तन में आप को दूध और गंगाजल भी मिला लेना चाहिए.
- इसके बाद उस अंगूठी को इस बर्तन में छोड़ दे. थोड़ी देर के बाद वापस अंगूठी को निकाल ले. ऐसा करने से अंगूठी पूरी तरह से शुद्ध हो जाती हैं,
- इसके बाद एक पीले कपडे को ले लें और उस कपडे पर बृहस्पति यंत्र बना लें. इसके बाद आप को यह अंगूठी तर्जनी अंगुली में पहन लेनी हैं।